Edited By Diksha kanojia, Updated: 12 Oct, 2021 12:13 PM

बैस ने आगे कहा कि यह राज्य के विकास व राजस्व में अहम भूमिका का निर्वाह कर सकता है। प्रकृति ने प्रदेश को असीम खूबसूरती प्रदान की है। हमें उस पर गौर कर विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के विकास की लिए हम सभी को योजनाबद्ध तरीके से...
रांचीः झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा है कि राज्य में जिस तेजी से पर्यटन के क्षेत्र में विकास होना चाहिए था, उतना नहीं हुआ है। राज्यपाल ने सोमवार को राज भवन में पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की जानकारी लेते हुए कहा कि राज्य में पर्यटन की अपार सम्भवनाएं हैं।
बैस ने आगे कहा कि यह राज्य के विकास व राजस्व में अहम भूमिका का निर्वाह कर सकता है। प्रकृति ने प्रदेश को असीम खूबसूरती प्रदान की है। हमें उस पर गौर कर विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के विकास की लिए हम सभी को योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की जरूरत है। हमें पर्यटकों को सुविधाएं उपलब्ध कराना होगा ताकि राज्य के पर्यटन स्थलों की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर हो और लोग यहां आने के प्रति अधिक-से-अधिक आकर्षित हो। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक द्दष्टिकोण से समृद्ध विभिन्न स्थलों में आधारभूत संरचनाएं विकसित की जाएं।
उन्होंने अधिकारियों से इस दिशा में समर्पित भाव से कार्य करने का निदेश दिया तथा कहा कि इसके लिये राशि की चिंता न करें, आवश्यकता होगी तो वे केन्द्र सरकार से वार्ता कर पर्यटन के विकास के लिए राशि की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक वे झारखंड में हैं, वे इस राज्य के विकास के प्रति प्रतिबद्ध है ताकि विकास के क्षेत्र में इस राज्य की राष्ट्रीय स्तर पर एक विशिष्ट पहचान हो। इस बैठक में सचिव, पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग अमिताभ कौशल सहित विभाग एवं निदेशालय और एनसीसी के अधिकारीगण मौजूद थे। राज्यपाल ने कहा कि विदेशों में कृत्रिम (आर्टिकल) प्रकृति का सृजन कर अच्छे पर्यटन की सुविधा विकसित कर पर्यटकों को आकर्षित किया जाता है जबकि हमारा राज्य प्राकृतिक द्दष्टिकोण से अत्यन्त समृद्ध और भाग्यशाली है।
उन्होंने पर्यटन स्थलों के समीप रात्रि में पर्यटकों के रुकने की व्यवस्था पर चर्चा करते हुए पर्यटकों के ठहराव हेतु सुविधाएं उपलब्ध करने का निदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों को ट्यूरिस्ट सकिर्ट निर्माण करने हेतु कहा। उन्होंने कहा कि ऐसे ट्यूरिस्ट सकिर्ट का निर्माण किया जाय ताकि पर्यटकों को एक पर्यटन स्थल से दूसरे पर्यटन स्थल की दूरी का विभिन्न साधनों यथा- रेल मार्ग, सड़क मार्ग, हवाई मार्ग आदि से ज्ञात हो सके। उन्होंने राज्य को धार्मिक द्दष्टिकोण से अत्यन्त समृद्ध बताते हुए पृथक धार्मिक ट्यूरिस्ट सकिर्ट बनाने का निदेश दिया। उन्होंने राजमहल में स्थापित फॉसिल्स पाकर् में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु कहा ताकि अधिक से अधिक पर्यटक आ सकें और जानकारी हासिल कर सकें।