बिहार में DIAL-112 के दो वर्ष की सेवा पूरी, अब तक 20 लाख नागरिकों को दी गई सर्विस

Edited By Swati Sharma, Updated: 05 Jul, 2024 05:34 PM

dial 112 completes two years of service in bihar

बिहार सरकार द्वारा आम लोगों को इमरजेंसी सेवा उपलब्ध कराने के मकसद से शुरू की गई  डायल 112 (Dial 112) सर्विस को पूरे दो साल हो गए है। इस अवधि में 20 लाख लोगों को सेवा दी गई है। प्रतिदिन कॉल हैण्डलिंग में बिहार, देश में दूसरे स्थान पर है। बता दें कि...

पटनाः बिहार सरकार द्वारा आम लोगों को इमरजेंसी सेवा उपलब्ध कराने के मकसद से शुरू की गई  डायल 112 (Dial 112) सर्विस को पूरे दो साल हो गए है। इस अवधि में 20 लाख लोगों को सेवा दी गई है। प्रतिदिन कॉल हैण्डलिंग में बिहार, देश में दूसरे स्थान पर है। बता दें कि राज्य में जनकल्याणकारी आपातकालीन सेवा (ERSS Dial-112) का शुभारम्भ दिनांक 06.07.2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किया गया है। आपातकालीन सेवा का मुख्य उद्देश्य पीड़ित व्यक्तियों को 20 मिनट में सहायता मुहैया कराना है।

परियोजना के प्रथम चरण में राज्य के सभी जिला मुख्यालयों/शहरी क्षेत्रों में एवं पटना जिला के सम्पूर्ण क्षेत्रों में उपलब्ध था। इस हेतु 400 चार पहिया वाहन उपलब्ध कराया गया था। द्वितीय चरण में यह आपातकालीन सेवा ग्रामीण क्षेत्रों सहित सम्पूर्ण राज्य में उपलब्ध हो गई है। दिनांक 29.02.2024 को द्वितीय चरण हेतु अतिरिक्त 883 चार पहिया वाहन एव 550 दो पहिया वाहन का लोकार्पण माननीय मुख्यमंत्री, बिहार के द्वारा किया गया। इस प्रकार अब कुल 1833 वाहन उपलब्ध हैं। दो पहिया वाहन की सहायता से अब शहर की तंग गलियों में भी आपातकालीन सेवा पहुंचाई जा रही है। द्वितीय चरण में 1586 एम्बुलेन्स सेवा एवं 805 अग्निशमन सेवा के वाहनों को भी इस व्यवस्था में एकीकृत किया गया हैं, जो 24 घंटे नागरिकों की सेवा में कार्यरत हैं। सम्पूर्ण बिहार राज्य के नागरिक अब आपातकालीन स्थिति में 112 डायल कर पुलिस, एंबुलेंस, अग्निशमन सेवा एवं अपराध नियंत्रण हेतु एकीकृत सेवा ले रहे है।

आपात स्थिति में लोगों का सबसे बड़ा साथी -
विगत् 02 वर्ष में 20 लाख से अधिक लोगों को आपातकालीन सेवाएं पहुंचायी जा चुकी है। प्रतिदिन करीब 05 हजार लोगों को सेवा प्रदान की जा रही है। इस बार का लक्ष्य 15 लाख से अधिक लोगों को सेवा पहुंचाना है। अगले वर्ष का लक्ष्य 18-20 लाख लोगों को सेवा पहुंचाना है। नागरिक केन्द्रित पुलिसिंग के तहत 20 मिनट के अन्दर राज्य में कही भी आपातकालीन सेवा पहुंचाने के लक्ष्य को अब प्राप्त किया जा रहा है।

वह मामले जिनमें ससमय आपातकालीन सेवायें पहुंचाई गई (विगत 02 वर्षों में)
स्थानीय विवाद / मारपीट / हिंसात्मक झड़प इत्यादि से संबंधित सूचना - 10,59,782
घरेलू हिंसा, महिला अपराध एवं बच्चों से संबंधित सूचना:-1,80,817
यातायात / दुर्घटना से संबंधित सूचना-81,268
अग्निकांड से संबंधित:-71,994
मध निषेध से संबंधित सूचना:-71,501
त्वरित कार्रवाई के फलस्वरूप राज्य स्तर पर वर्ष 2023 में विगतं वर्ष की तुलना में डकैती के मामलों में 15.39 प्रतिशत, चोरी में 5.93 प्रतिशत एवं दंगा में 15.82 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।

एकल पुलिस हेल्प लाईन
पत्रकारों से बातचीत करते अपर पुलिस महानिदेशक श्री निर्मल कुमार आजाद ने कहा कि डायल-112 को सम्पूर्ण बिहार राज्य के नागरिकों के लिए एकल पुलिस हेल्पलाइन एवं इमरजेंसी हेल्प लाईन नम्बर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस प्रकार अब नागरिक केन्द्रित पुलिसिंग के अन्तर्गत आमजनों को अधिकतम सेवायें एक ही नम्बर डायल-112 के माध्यम से प्राप्त हो सकेगें। यह कार्य अगले एक माह में पूरा कर लिया जायेगा। डायल-112 के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में आम नागरिकों से फीडबैक प्राप्त करने हेतु आधारभूत संरचना तैयार की जा रही है। जिसके पश्चात प्राप्त फीडबैक के आधार पर डायल 112 के सभी सेवाओं को और अधिक उत्कृष्ट बनाया जा सकेगा एवं नागरिकों के शिकायतों का शत-प्रतिशत निस्तारण किया जा सकेगा।

दो वर्षों में लगभग 20 लाख लोगों तक अपनी सेवा पहुंचा चुका है 'डायल 112'
-
प्रतिदिन कॉल हैंडलिंग के मामले में देश में दूसरे नंबर पर बिहार
- 'डायल 112' की बेहतर सेवा के कारण चोरी, दंगा और डकैती जैसी घटनाओं में भी आई है कमी
- अब पुलिस संबंधी कोई भी घटना का एक ही नंबर 'डायल 112' से होगा निराकरण
- अपर पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवाएं व वायरलेस) निर्मल कुमार आजाद ने लोगों से की अपील, अपनी समस्याएं हमसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें

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