Edited By Khushi, Updated: 30 Jul, 2025 06:44 PM

Deoghar News: झारखंड के देवघर में बीते मंगलवार को हुए भीषण सड़क हादसे में 18 कांवरियों की मौत से हर कोई आहत है। जिन लोगों ने इस हादसे में अपनों को खोया है न जाने उन पर क्या बीत रही होगी। इसी बीच एक व्यक्ति ने अपनी दर्द भरी दास्तां सुनाई है।
Deoghar News: झारखंड के देवघर में बीते मंगलवार को हुए भीषण सड़क हादसे में 18 कांवरियों की मौत से हर कोई आहत है। जिन लोगों ने इस हादसे में अपनों को खोया है न जाने उन पर क्या बीत रही होगी। इसी बीच एक व्यक्ति ने अपनी दर्द भरी दास्तां सुनाई है।
बिहार के गया के रहने वाले सुनील कुमार दास अपनी पत्नी सुमन कुमारी के साथ तीसरी सोमवारी पर बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचे थे। दोनों ने पुत्र रत्न की मन्नत मांगी, पर नियति ने ऐसी करवट ली कि लौटते समय सुनील ने अपनी पत्नी को सड़क हादसे में खो दिया। सुनील कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष अकेले बाबा पर जल अर्पित कर लौटे थे। इस बार गांव वालों की सलाह पर पत्नी को साथ लेकर यात्रा पर निकले थे – मान्यता थी कि दंपती साथ आएं तो मुराद जल्द पूरी होती है। इसी विश्वास के साथ सुल्तानगंज से कांवर यात्रा की शुरुआत की और तीसरी सोमवारी को जल अर्पण भी किया। बीते मंगलवार की सुबह शिवगंगा में स्नान के बाद जब वे बासुकीनाथ जाने के लिए अस्थायी बस पड़ाव से बस में सवार हुए। उस दौरान मोहनपुर क्षेत्र में श्रद्धालुओं से भरी बस की टक्कर गैस सिलेंडर से लदे ट्रक से हो गई जिससे पत्नी सुमन कुमारी की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे में सुनील खुद भी घायल हुए। सुनील ने कहा कि "भोलेनाथ से बेटा मांगने आया था, पत्नी को ही खो दिया।" वहीं, सुनील की इस दर्द भरी दास्तां सुनकर हर किसी की आंखें नम हो गई। हम सभी तो उनके दर्द का अंदाजा लगा सकते हैं, लेकिन जिस पर बीतती है बस उसे ही मालूम होता है।