Edited By Ramanjot, Updated: 11 Nov, 2024 04:04 PM
सूत्रों ने बताया कि नई आईटी नीति के क्रियान्वयन से इस क्षेत्र में निवेश की उम्मीद जगी है और कंपनियां बिहार में अपने उपक्रम स्थापित करने में रुचि दिखा रही हैं। आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग (ईएसडीएम), डेटा सेंटर, ड्रोन और...
पटना: सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां बिहार में 650 करोड़ रुपए निवेश (Investment) करने पर विचार कर रही हैं, जिससे राज्य में आईटी क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि पहली बार करीब 20 कंपनियों ने आईटी क्षेत्र में निवेश के लिए निबंधन कराया है। नए उपक्रमों से 12 हजार प्रत्यक्ष रोजगार और 30 हजार अप्रत्यक्ष रोजगार सहित 42 हजार रोजगार सृजित होंगे।
सूत्रों ने बताया कि नई आईटी नीति के क्रियान्वयन से इस क्षेत्र में निवेश की उम्मीद जगी है और कंपनियां बिहार में अपने उपक्रम स्थापित करने में रुचि दिखा रही हैं। आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग (ईएसडीएम), डेटा सेंटर, ड्रोन और लैपटॉप निर्माण कंपनियों के साथ बातचीत चल रही है। सरकार भी कंपनियों को राज्य में कदम रखने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और सीटीआरएलएस जैसी दिग्गज कंपनियां राज्य में करीब 250 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी।
इसके अलावा दूरसंचार क्षेत्र की कंपनी भारती एयरटेल लिमिटेड ने भी नई आईटी नीति 2024 के तहत बिहार में अपनी परियोजना स्थापित करने के लिए आवेदन किया है। निर्माणाधीन औद्योगिक क्षेत्र में भारती एयरटेल को भूमि आवंटित की गई है और वह 268 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। सूत्रों ने बताया कि कृषि क्षेत्र में ड्रोन के व्यापक उपयोग को देखते हुए ड्रोन निर्माता कंपनियों ने भी बिहार में अपने संयंत्र स्थापित करने में गहरी रुचि दिखाई है। ड्रोन निर्माता कंपनी एवीपीएल और एक टेक कंपनी को शेड आवंटित किया गया है।
इस बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने कहा कि अगले साल तक 1000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और मजबूती मिलेगी। अडानी और ब्रिटानिया सहित विभिन्न व्यापारिक दिग्गजों द्वारा 3000 से अधिक कारखाने स्थापित किए जा रहे हैं। पेप्सिको, ब्रिटानिया, टाटा समूह का ताज होटल और हेल्थकेयर क्षेत्र की मेदांता पहले ही बिहार में कदम रख चुकी हैं। ये कंपनियां मुख्य रूप से पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली और पूर्वी तथा पश्चिमी चंपारण में अपने कारखाने स्थापित करेंगी, जिससे इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे।