Edited By Nitika, Updated: 23 Oct, 2020 03:51 PM
बिहार का कुचायकोट विधानसभा सीट (Kuchaikote Assembly Seat) गोपालगंज लोकसभा के तहत आता है। 1951 में ही कुचायकोट सीट अस्तित्व में आ गया था। 1951 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेसी कैंडिडेट शिवकुमार पाठक ने जीत...
गोपालगंजः बिहार का कुचायकोट विधानसभा सीट (Kuchaikote Assembly Seat) गोपालगंज लोकसभा के तहत आता है। 1951 में ही कुचायकोट सीट अस्तित्व में आ गया था। 1951 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेसी कैंडिडेट शिवकुमार पाठक ने जीत हासिल की थी। वहीं 1957 में हुए चुनाव में कुचायकोट सीट से कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट वाचस्पति शर्मा ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था।
1962 में यहां से कांग्रेस के टिकट पर शिवकुमार पाठक ने सभी विरोधियों को शिकस्त देने में कामयाबी हासिल की थी। 1967 में कुचायकोट से निर्दलीय कैंडिडेट एन राय ने सभी विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। वहीं 1969 और 1972 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कुचायकोट से नगीना राय ने ही जीत का परचम लहराया था। 1969 में जाप के टिकट पर नगीना राय ने विरोधियों को मात दे दिया था। वहीं 1972 में जहां कांग्रेस (Congress) के टिकट पर नगीना राय ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। वहीं कुचायकोट में 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के टिकट पर अमरेंद्र कुमार पांडे ने जीत हासिल की थी। 2015 में भी जेडीयू (JDU) की टिकट पर अमरेंद्र कुमार पांडे ने अपनी जीत बरकरार रखी थी।
विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कुचायकोट सीट से जेडीयू (JDU) के कैंडिडेट अमरेंद्र कुमार पांडे ने जीत हासिल की थी। अमरेंद्र कुमार पांडे ने चुनाव में 72 हजार 224 वोट हासिल किया था। वहीं एलजेपी (LJP) कैंडिडेट काली प्रसाद पांडे को 68 हजार 662 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से अमरेंद्र कुमार पांडे ने काली प्रसाद पांडे को 3 हजार 562 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं 7 हजार 512 वोटों के साथ नोटा तीसरे स्थान पर रहा था।
विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कुचायकोट सीट से अमरेंद्र कुमार पांडे ने जीत हासिल की थी। अमरेंद्र कुमार पांडे ने चुनाव में 51 हजार 815 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट आदित्य नारायण पांडे ने 32 हजार 297 वोट हासिल किया था। इस तरह से अमरेंद्र कुमार पांडे ने आदित्य नारायण पांडे को 19 हजार 518 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट उमेश प्रधान, 15 हजार 615 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। अब चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि इस बार के चुनाव में कौन किस पर भारी पड़ेगा।