Edited By Swati Sharma, Updated: 26 Jun, 2024 03:18 PM
मंगलवार को लोकसभा के शपथ ग्रहण समारोह में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शपथ के अंत में जय फिलिस्तीन कहा। वहीं, ओवैसी के द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों पर राजद ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ओवैसी साहब की...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): मंगलवार को लोकसभा के शपथ ग्रहण समारोह में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शपथ के अंत में जय फिलिस्तीन कहा। वहीं, ओवैसी के द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों पर राजद ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
"सत्ता में बैठे लोगों को सुधरना चाहिए"
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ओवैसी साहब की राजनीति जो है, वो इसी तरह विवादों में रहती है। उनका बयान नफरत भरा रहता है। जैसे कि भाजपा का। ये दोनों एक दूसरे के पूरक है। भाजपा के सांसद ने शपथ के दौरान हिंदू राष्ट्र कहा। वहीं ओवैसी भरी संसद में जय फिलिस्तीन का नारा लगा रहे हैं। आखिर हो क्या रहा है? अगर इस तरह की भाषा और बात बोलने का चलन हो जाएगा तो इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति कोई नहीं होगी। इसलिए सत्ता में बैठे लोगों को सुधरना चाहिए। सबसे पहले अपना आचरण सही करना चाहिए और ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
'अपराधी मस्त, उनके सामने पुलिस प्रशासन, सरकार पस्त'
बिहार में बढ़ते अपराध पर राजद नेता ने कहा कि लगातार तेजस्वी यादव जी कहते हैं कि अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। अपराध की गंगा में बिहार डूबा हुआ है, लेकिन सत्ता में बैठे हुए लोग मुंह नहीं खोलते हैं। अगर उनको मच्छर भी काटता है तो 2005 के पहले की बात कहते हैं। हम उनको खुली चुनौती देते हैं कि हम 2005 के पहले का डेटा देते हैं और आप अपना डाटा दीजिए। तेजस्वी यादव जी सरकार को आइना दिखा रहे हैं। अब बिहार में आपराधिक राज कायम हो गया है। अपराधी मस्त है, उनके सामने पुलिस प्रशासन सरकार पस्त है।
"जब तक टेंडर रद्द होंगे, तब तक तेजस्वी सत्ता में आ जाएंगे"
बिहार लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (PHED) द्वारा 826 करोड़ रुपये के ठेके रद्द किए जाने पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ऐसी मानसिकता से राजनीति नहीं करनी चाहिए। आज वे सत्ता में हैं, कल हम सत्ता में होंगे। 17 महीने में तेजस्वी यादव ने बहुत काम किया है। बिहार के विकास की बात करें तो राजनीति नहीं होनी चाहिए... ईर्ष्या के कारण वे बिहार के विकास में बाधा बन रहे हैं। यह भी संभव है कि जब तक टेंडर रद्द होंगे, तब तक तेजस्वी यादव फिर से सत्ता में आ जाएं।