Edited By Ramanjot, Updated: 10 Jun, 2024 01:14 PM
भाजपा ने राजद के पारंपरिक यादव वोटबैंक का मुकाबला करने के लिए उन्हें बिहार में यादव चेहरे के रूप में बढ़ावा दिया और 2016 में उन्हें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में उनके नेतृत्व में भाजपा ने सभी 17...
पटना: भाजपा सांसद नित्यानंद राय (Nityanand Rai) को रविवार को नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) की तीसरी सरकार में शामिल किया गया, जो पिछले कुछ वर्षों में बिहार में भाजपा के यादव चेहरे के रूप में उभरे हैं। राजनीति के जानकारों का मानना है कि नित्यानंद राय आने वाले वर्षों में बिहार में मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार के रूप में उभर सकते हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह उन्हें अपना "जिगरी दोस्त" कहते हैं।
बिहार में BJP की दूसरी पीढ़ी के नेताओं में प्रमुख चेहरा हैं नित्यानंद
भाजपा ने राजद के पारंपरिक यादव वोटबैंक का मुकाबला करने के लिए उन्हें बिहार में यादव चेहरे के रूप में बढ़ावा दिया और 2016 में उन्हें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में उनके नेतृत्व में भाजपा ने सभी 17 सीट पर जीत हासिल की थी, उन्हें भाजपा की विचारधारा का कट्टरता से पालन करने वाले नेता के रूप में देखा जाता है। नित्यानंद राय बिहार में भाजपा की दूसरी पीढ़ी के नेताओं में प्रमुख चेहरा हैं। पिछले कुछ सालों में राय का कद बढ़ता गया और उन्होंने बिहार के वैशाली क्षेत्र में कांग्रेस का प्रभाव खत्म कर दिया। उन्होंने 2000 से 2010 के बीच लगातार चार बार हाजीपुर विधानसभा सीट पर जीत हासिल की।
किसान के बेटे नित्यानंद राय 1980 के दशक की शुरुआत से ही संघ परिवार से जुड़े रहे हैं, जब वे छात्र कार्यकर्ता के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए थे। उन्होंने स्नातक की पढ़ाई करते हुए शाखाओं में काम किया। साल 2024 में उजियारपुर से तीसरी बार सांसद चुने गए राय ने 2019-24 तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूसरे मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री (गृह) के रूप में कार्य किया। राय उत्तर बिहार के वैशाली से संबंध रखते हैं, जो यादवों का गढ़ है।