Edited By Ramanjot, Updated: 21 Mar, 2025 06:07 PM

राज्य सरकार ने क्लासिकल स्वाइन फीवर से बचाव के लिए विशाल टीकाकरण अभियान शुरू किया है। 10 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में राज्यभर के 2,32,160 सूअरों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
पटना: राज्य सरकार ने क्लासिकल स्वाइन फीवर से बचाव के लिए विशाल टीकाकरण अभियान शुरू किया है। 10 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में राज्यभर के 2,32,160 सूअरों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। यह टीकाकरण 20 मार्च से सभी 38 जिलों में शुरू हो गया है और इसके तहत 4 महीने से अधिक उम्र के सभी सूअरों को यह टीका दिया जाएगा।
सभी जिलों में मुफ्त टीकाकरण, पशुपालकों से अपील
इस टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के पशुपालन निदेशालय ने सभी जिला पशुपालन पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य के सभी जिलों के हर गांव और वार्ड में मुफ्त टीकाकरण सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक किया जाएगा। पशुपालकों से अपील की गई है कि वे अपने सूअरों को इस घातक बीमारी से बचाने के लिए अनिवार्य रूप से टीका लगवाएं।
शिकायत और जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
यदि किसी पशुपालक को टीकाकरण से संबंधित कोई समस्या हो या किसी भी स्तर पर अनियमितता देखने को मिले, तो वे पशुपालन निदेशालय, बिहार, पटना के टेलीफोन नंबर 0612-2230942 पर शिकायत कर सकते हैं।
विशेष जानकारी के लिए निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबरों पर भी संपर्क किया जा सकता है:
पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान, पटना: 0612-2226049
पशुपालन निदेशालय, आपदा नियंत्रण कक्ष: 0612-2230942
क्या है क्लासिकल स्वाइन फीवर?
क्लासिकल स्वाइन फीवर (CSF) एक वायरल बीमारी है, जो केवल सूअरों और जंगली सूअरों को प्रभावित करती है। यह मनुष्यों या अन्य पालतू जानवरों के लिए खतरनाक नहीं है, लेकिन सूअरों में मृत्यु दर अत्यधिक हो सकती है।
इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार के पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत यह टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। राज्य सरकार ने 2030 तक क्लासिकल स्वाइन फीवर के पूर्ण उन्मूलन का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए यह टीकाकरण अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है।