Edited By Swati Sharma, Updated: 02 Jul, 2025 05:27 PM

Ritlal Yadav: भागलपुर जेल में बंद आरजेडी विधायक रीतलाल यादव की पत्नी रिंकू देवी ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव से मुलाकात की और अपने पति के साथ अमानवीय व्यवहार और हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए एक लिखित शिकायत सौंपी। रिंकू देवी ने दावा...
Ritlal Yadav: भागलपुर जेल में बंद आरजेडी विधायक रीतलाल यादव की पत्नी रिंकू देवी ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव से मुलाकात की और अपने पति के साथ अमानवीय व्यवहार और हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए एक लिखित शिकायत सौंपी। रिंकू देवी ने दावा किया कि निर्वाचित विधायक होने के बावजूद उनके पति को जेल में एकांत कारावास में रखा जा रहा है और उन्हें "मानसिक और शारीरिक यातना" दी जा रही है। साथ ही उन्हें इलाज से वंचित रखा जा रहा है।
रिंकू देवी ने लगाया ये आरोप
रिंकू देवी ने आरोप लगाया कि जेल से कोर्ट ले जाते समय उनकी हत्या की साजिश रची गई थी। रिंकू देवी ने अध्यक्ष से कहा, "पुलिस अधिकारी उन्हें जेल से कोर्ट ले जाते समय मारने की साजिश रच रहे हैं। अगर मैं अधिकारी का नाम लूंगी, तो वे मुझे और मेरे बच्चों को भी मार देंगे।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि करीब 300 पुलिसकर्मी आधी रात को जबरन उनके घर में घुस आए और उन्हें धमकाने के लिए दीवारें फांदकर घुस आए, जबकि परिवार के कई पुरुष सदस्य पहले से ही न्यायिक हिरासत में हैं। गौरतलब है कि दानापुर से विधायक रीतलाल यादव हाल ही में भागलपुर कैंप जेल में भूख हड़ताल पर बैठे थे। सोमवार की शाम जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उन्हें अनशन खत्म करने के लिए राजी किया और उनके रक्तचाप और शुगर के स्तर में गिरावट के बाद उन्हें हल्का भोजन दिया। विधायक पहले इन बीमारियों से पीड़ित नहीं थे, लेकिन भूख हड़ताल के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई।
"मेरे पति की जान को खतरा"
रीतलाल यादव को फिलहाल कड़ी सुरक्षा के बीच अस्पताल के कैदी वार्ड में रखा गया है। जेल से अस्पताल ले जाते समय उनके और पुलिस के बीच कहासुनी भी हुई। इन घटनाक्रमों के बाद रिंकू देवी ने आरोप लगाया, " मैं बार-बार कह रही हूं कि मेरे पति की जान को खतरा है, चाहे वो जेल के अंदर हों या बाहर। यह एक बड़ी साजिश है और इसके पीछे बिहार सरकार का एक बड़ा अधिकारी है, जिसके इशारे पर यह सब हो रहा है।" उन्होंने आगे दावा किया कि रीतलाल यादव से मिलने की कोशिश करने वाले लोगों को अलग-थलग करने के लिए मामलों में फंसाया जा रहा है।