Edited By Ramanjot, Updated: 03 Jun, 2025 06:17 PM
वहीं 1977 और 1980 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट अब्दुल गफूर ने बरौली में लगातार जीत हासिल की थी। 1985 के चुनाव में बरौली सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट अदनान खान ने जीत हासिल की थी। 1990 में बरौली सीट से निर्दलीय कैंडिडेट ध्रुव नाथ...
Barauli Assembly Seat: बरौली विधानसभा सीट गोपालगंज लोकसभा के तहत आता है। 1951 में ही बरौली सीट अस्तित्व में आ गया था। 1951 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट अब्दुल गफ्फार मियां ने बरौली में जीत हासिल की थी। वहीं 1957 में हुए चुनाव में बरौली सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट अब्दुल गफूर ने जीत हासिल की थी। 1962 में बरौली सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट गोरख राय ने जनता का समर्थन जीत लिया था। 1967 में निर्दलीय कैंडिडेट बी राय ने सभी विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। 1969 में यहां से सीपीआई कैंडिडेट बिजुल सिंह ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। 1972 में बरौली सीट से एनसीओ की टिकट पर ब्रजकिशोर नारायण सिंह ने विरोधियों को मात दे दिया था।

वहीं 1977 और 1980 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट अब्दुल गफूर ने बरौली में लगातार जीत हासिल की थी। 1985 के चुनाव में बरौली सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट अदनान खान ने जीत हासिल की थी। 1990 में बरौली सीट से निर्दलीय कैंडिडेट ध्रुव नाथ चौधरी ने जीत हासिल की थी। वहीं 1995 में इस सीट से जनता दल के कैंडिडेट मोहम्मद नेमतुल्लाह ने जीत का परचम लहरा दिया था। 2000,2005 और 2010 के विधानसभा चुनाव में बरौली सीट से बीजेपी के कैंडिडेट राम प्रकाश राय ने लगातार जनता का समर्थन हासिल किया था लेकिन 2015 के चुनाव में आरजेडी की टिकट पर मोहम्मद नेमतुल्लाह ने बरौली में विरोधियों को करारी शिकस्त दे दी थी। वहीं 2020 के चुनाव में बरौली में बीजेपी की टिकट पर रामप्रवेश राय ने यहां बाजी पलट दी थी।
Barauli Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में बरौली सीट पर बीजेपी कैंडिडेट रामप्रवेश राय ने जीत का परचम लहराया था। रामप्रवेश राय को 81 हजार नौ सौ 56 वोट मिला था तो आरजेडी उम्मीदवार रेयाजुल हक 67 हजार आठ सौ एक वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से रामप्रवेश राय ने रेयाजुल हक को 14 हजार एक सौ 55 वोट के मार्जिन से मात दे दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट रूदल महतो पांच हजार 37 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Barauli Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में बरौली सीट से आरजेडी कैंडिडेट मोहम्मद नेमतुल्लाह ने जीत हासिल की थी। मोहम्मद नेमतुल्लाह को 61 हजार छह सौ 90 वोट मिला था तो बीजेपी कैंडिडेट रामप्रकाश राय को 61 हजार एक सौ 86 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से मोहम्मद नेमतुल्लाह ने रामप्रकाश राय को महज पांच सौ चार वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं अनिरूद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव, 3 हजार नौ सौ 14 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।

Barauli Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में बरौली सीट से बीजेपी कैंडिडेट राम प्रकाश राय ने जीत हासिल की थी। राम प्रकाश राय को 45 हजार दो सौ 34 वोट मिला था तो आरजेडी कैंडिडेट मोहम्मद नेमतुल्लाह ने 34 हजार आठ सौ बीस वोट हासिल किया था। इस तरह से राम प्रकाश राय ने मोहम्मद नेमतुल्लाह को 10 हजार चार सौ 14 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं बीएसपी कैंडिडेट जितेंद्र प्रसाद, 10 हजार पांच सौ 91 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Barauli Assembly Seat Result 2005।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में बरौली सीट से बीजेपी कैंडिडेट राम प्रकाश राय ने जीत हासिल की थी। राम प्रकाश राय को 38 हजार दो सौ 35 वोट मिला था तो आरजेडी कैंडिडेट मोहम्मद नेमतुल्लाह को 37 हजार 81 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रामप्रकाश राय ने मोहम्मद नेमतुल्लाह को 1 हजार एक सौ 54 वोट से हरा दिया था। वहीं बीएसपी कैंडिडेट आफताब आलम, 10 हजार 42 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

बरौली विधानसभा सीट पर मुस्लिम और यादव की संख्या अच्छी खासी है। साथ ही राजपूत, ब्राह्मण, कोइरी, रविदास और पासवान वोटरों की संख्या भी निर्णायक स्थिति में है। रामप्रवेश राय के जरिए बीजेपी ने पिछली बार यादव वोट बैंक में भी सेंध लगाई थी। अगर इस बार भी बीजेपी ने रामप्रवेश राय को टिकट दिया तो यहां से आरजेडी को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।