Edited By Harman, Updated: 30 Jan, 2025 01:12 PM
बिहार में गया जिले के बोधगया के ढुङ्गेस्व्री पहाड़ी के तलहटी से सुजातागढ़ तक भव्य ज्ञान यात्रा निकाली गई जिसमें विश्व के कई देशों के बौद्ध धर्मगुरु एवं श्रद्धालु शामिल हुए। बौद्ध महोत्सव 2025 के एक दिन पूर्व गुरुवार को इस कार्यक्रम का शुभारंभ...
गया ज्ञान यात्रा: बिहार में गया जिले के बोधगया के ढुङ्गेस्व्री पहाड़ी के तलहटी से सुजातागढ़ तक भव्य ज्ञान यात्रा निकाली गई जिसमें विश्व के कई देशों के बौद्ध धर्मगुरु एवं श्रद्धालु शामिल हुए। बौद्ध महोत्सव 2025 के एक दिन पूर्व गुरुवार को इस कार्यक्रम का शुभारंभ भिक्षुओं ने बौद्ध मंत्रोचारण के साथ किया। इसके बाद हाथों में पंचशील ध्वज लेकर बौद्ध श्रद्धालु ढुङ्गेस्व्री से होते हुए बोधगया के सुजातागढ़ तक पहुंचे।
बता दें कि इस ज्ञान यात्रा में श्रीलंका, भूटान, तिब्बत, लाओस, थाईलैंड सहित अन्य कई देशों के हजारों की संख्या में बौद्ध भिक्षु एवं श्रद्धालु शामिल हुए। गौरतलब है कि भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के पूर्व ढुङ्गेस्व्री पहाड़ की गुफा में छह वर्ष तक ध्यान लगाया था, इसलिए यह स्थल बौद्ध भिक्षुओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है, जो भी बौद्ध श्रद्धालु बोधगया भ्रमण के लिए आते हैं, वे ढुङ्गेस्व्री पहाड़ की गुफा में स्थित भगवान बुद्ध की प्रतिमा के दर्शन करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रतिवर्ष ज्ञान यात्रा का आयोजन किया जाता है।
मान्यता है कि कभी इस पथ पर भगवान बुद्ध चले थे, उन्हीं के दिए संदेशों को आत्मसात करते हुए श्रद्धालु ज्ञान यात्रा में शामिल होते है। इस ज्ञान यात्रा में अपर समाहर्ता रविशंकर कुमार, वरीय उप समाहर्ता राजीव रंजन, बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमेटी के सचिव महाश्वेता महारथी, वरिष्ठ सदस्य अरविंद कुमार सिंह सहित कई बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए।