Edited By Swati Sharma, Updated: 29 Dec, 2024 02:24 PM
बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऊपर दिए गए आपत्तिजनक बयान की निंदा करते हुये कहा कि वह यात्रा करके जब से लौटे हैं तब से उनको जमीनी हकीकत...
पटना: बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऊपर दिए गए आपत्तिजनक बयान की निंदा करते हुये कहा कि वह यात्रा करके जब से लौटे हैं तब से उनको जमीनी हकीकत का पता चल गया है।
'तेजस्वी अब बेबुनियाद बोल रहे'
शर्मा ने शनिवार को कहा कि यादव अब अलबल( बेबुनियाद) बोल रहे हैं। बेतुका बयान दे रहे हैं। उनके बयान निहायत ही दोयम दर्जे और निम्न कैटेगरी के होते हैं। हालांकि यह दोष इनका नहीं है, इनको जो विरासत में संस्कार मिले हुए हैं, उसी का वह प्रदर्शन कर रहे हैं। शायद यादव को याद नहीं है लेकिन, दुनिया में एक कहावत है कि जब रोम जल रहा था तो नीरो बंशी बजा रहा था। वह कहावत उनके माता-पिता की सरकार में फिट बैठती थी, जब पूरा बिहार अपराध, मडर्र, डकैती, अपहरण जैसे वारदातों में जल रहा था तो, मियां-बीवी की सरकार चैन की बंसी बजा रही थे।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, लालू और राबड़ी देवी होश में कहां थे? वह तो मदहोश थे, सत्ता के अहंकार में। उसी मदहोशी में यादव का लालन-पालन हुआ है। उन्हें बिहार और बिहार वासियों से कहां मतलब था? वह तो अपने परिवार के लिए धन संग्रहित कर रहे थे। यादव अपनी टोपी दूसरे के सर पहना रहें हैं, उनके माता-पिता की सरकार में कैसे कुछ नेता और अधिकारी मिलकर सरकार चलाते थे। शर्मा ने कहा, यह जग जाहिर है। कैसे लालू निरंकुश होकर अधिकारियों को फटकारते थे, यह जग जाहिर है। यादव शायद भूल रहे हैं उनके माता-पिता की सरकार में जो स्वाभिमानी अधिकारी और ईमानदार अधिकारी थे, उन्होंने अपना तबादला करवा लिया था। वह बिहार में आना नहीं चाहते थे। बिहार कैडर के रहते हुए भी उन्होंने अपनी पूरी नौकरी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर की थी।