Edited By Swati Sharma, Updated: 24 Dec, 2024 02:00 PM
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोमवार को बताया कि टीकाकरण में शत-प्रतिशत का लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पांडेय ने सोमवार को बताया कि राज्य शत-प्रतिशत टीकाकरण आच्छादन के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। उन्होंने...
पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोमवार को बताया कि टीकाकरण में शत-प्रतिशत का लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पांडेय ने सोमवार को बताया कि राज्य शत-प्रतिशत टीकाकरण आच्छादन के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। उन्होंने बताया कि हाल ही में राज्य ने नियमित टीकाकरण में पूरे देश में प्रथम स्थान पाया है। दिसंबर 2024 तक स्वास्थ विभाग ने टीकाकरण में 95 प्रतिशत आच्छादन की प्राप्ति का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए राज्य के 30 जिलों के 53 प्रखंड में टीकाकरण के शत प्रतिशत आच्छादन के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
'28 दिसम्बर तक चलेगा यह अभियान'
मंत्री ने बताया कि यह अभियान 23 दिसम्बर को शुरू किया गया है और 28 दिसम्बर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि औरंगाबाद, भागलपुर, जहानाबाद, कैमूर,खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा एवं शेखपुरा जिले को छोड़कर अन्य सभी जिलों में यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए चिन्हित जिलों में नए सर्वे एवं ड्यू लिस्ट पंजी के अनुसार एचएमआईएस (हेल्थ मैनेजमेंट इंफोरमेशन सिस्टम) पर छूटे हुए टीकाकृत लाभार्थियों के आंकड़ों को अद्यतन किया गया है। छह दिवसीय इस विशेष अभियान में कम टीकाकरण कवरेज वाले क्षेत्रों में छूटे हुए और टीकाकरण से वंचित 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों औऱ गर्भवती महिलाओं को शत-प्रतिशत टीकाकृत करना है।
'जिलों में विशेष अभियान चलाया जा रहा'
पांडेय ने कहा कि इस विशेष अभियान का लक्ष्य उन जिलों और क्षेत्रों को प्राथमिकता देना है, जहां टीकाकरण का स्तर अन्य जिलों से कम है। जिन जिलों में विशेष अभियान चलाया जा रहा है, उन जिलों में शत प्रतिशत आच्छादन के लिए उनके प्रखंडों में सर्वे, सर्विलांस, रिव्यू इवैल्यूएशन संबंधित कार्यों के लिए अभियान चलाकर टीकाकरण किया जा रहा है। इसके लिए विभिन्न स्तर पर माइक्रो प्लानिंग भी कर ली गयी है। इस कार्य के संचालन के लिए आशा कार्यकर्ता, टीकाकर्मी एवं स्वास्थ्य अधिकारियों एवं कर्मियों को सम्मिलित किया गया है। टीकाकरण के दौरान जिला स्तर के पदाधिकारी स्वास्थ्य उपकेंद्र या पंचायत को आपस में बांटते हुए संबंधित प्रखंड के पंचायत के नोडल होगें।
"टीकाकरण बच्चों के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हितकारी"
मंत्री ने बताया कि टीकाकरण से कई संक्रामक बीमारियों की रोकथाम होती है और समुदाय के स्वास्थ्य स्तर में सुधार होता है। टीकाकरण बच्चों के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हितकारी है। पूर्ण टीकाकरण से टीबी व निमोनिया जैसे गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। टीकाकरण को बेहतर बनाने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है। हमारा लक्ष्य है कि राज्य का प्रत्येक बच्चा पूर्ण रूप से टीकाकृत हो ताकि स्वस्थ समाज के साथ स्वस्थ बिहार की नींव रखी जा सके।