Edited By Ramanjot, Updated: 16 Jul, 2025 06:50 PM

राज्य में सावन के मौके पर वन महोत्सव का आगाज हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी शुरुआत 13 जुलाई को पौधे लगा कर की है। इसके तहत आगामी तीन महीने में व्यापक स्तर पर 5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
पटना:राज्य में सावन के मौके पर वन महोत्सव का आगाज हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी शुरुआत 13 जुलाई को पौधे लगा कर की है। इसके तहत आगामी तीन महीने में व्यापक स्तर पर 5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें सागवान, महोगनी, सेमल, जामुन, अर्जुन समेत विभिन्न प्रजाति के पौधें लगाए जाएंगे। इसका मुख्य उदेश्य वनों का संरक्षण, पौधरोपण और हरित आवरण को विस्तार करना है।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इतनी बड़ी संख्या में पौधरोपण के लक्ष्य को पाने के लिए ग्रामीण विकास विभाग, जीविका समूह, मनरेगा, सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों के अलावा विभिन्न सामाजिक संगठनों के स्तर भी पौधे लगाने की योजना तैयार की गई है। अकेले वन विभाग के स्तर से 2 करोड़ 97 लाख पौधे लगाए जाएंगे। वहीं, जीविका से 57 लाख, मनरेगा से 1.93 लाख, सरकारी स्कूल एवं कॉलेज से 37.16 लाख के अतिरिक्त बागवानी एवं कृषि महकमा के स्तर से 10 लाख पौधे लगाये जाने का लक्ष्य है।
जुलाई में अबतक 30 लाख पौधे लगाए गए हैं। विभाग से कोई किसान या व्यक्ति इन पौधों को 10 रुपये प्रति पौधे की दर पर शुल्क देकर खरीद सकते हैं। इन पौधों का संरक्षण अगले 3 वर्ष तक करने पर विभाग उन्हें प्रति पेड़ 60 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। मिशन मेरी लाईफ के तहत आम लोगो के बीच जन जागरूकता के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जो लोग पौधरोपण कर रहे है, उन्हें 5 पौधे मुफ्त दिए जाएंगें।
प्रत्येक स्कूल के छात्र को 2-2 पौधे के अलावा सरकारी स्कूल और कॉलेज को मुफ्त पौधे दिए जायेंगे। राज्य के विभिन्न जिलों में स्थापित पौधशालाओं में कई प्रजातियों के पौधे उपलब्ध हैं, जिन्हें वहां से प्राप्त किये जा सकते हैं। इससे जुड़ी जानकारियां कॉल सेंटर के फोन नंबर 0612-2226911 से प्राप्त किए जा सकते हैं। वर्ष 1950 से प्रत्येक वर्ष वन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत आगामी कुछ महीने में व्यापक स्तर पर पौधरोपण अभियान चलाने का लक्ष्य रखा गया है।
इस मामले में विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा का कहना है कि वन महोत्सव को सफल बनाने के लिए आम लोगों और सभी संस्थानों से खासतौर से अपील की गई है। ताकि इसमें बड़ी संख्या में लोग जुड़कर पौधारोपण करें।