Edited By Ramanjot, Updated: 25 Apr, 2022 11:51 AM

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार एवं झारखंड में आईवीएफ की सेवा एक मात्र सरकारी अस्पताल में दी जा रही है। पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में यह व्यवस्था भी लागू की गई है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में इस व्यवस्था को लेकर कई...
पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार बांझपन के इलाज में हर संभव मदद करेगी। पांडेय ने रविवार को इंदिरा आईवीएफ की ओर से पुरुष बांझपन पर सीएमई और सूक्ष्मजीव विषय पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि आईवीएफ ऐसे माता-पिता के जीवन में एक दीप की तरह कार्य करता है, जो स्वास्थ्य विज्ञान की इस व्यवस्था के तहत माता-पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि आज इंदिरा आईवीएफ के जरिए लगभग एक लाख लोग माता-पिता बन पाए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार एवं झारखंड में आईवीएफ की सेवा एक मात्र सरकारी अस्पताल में दी जा रही है। पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में यह व्यवस्था भी लागू की गई है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में इस व्यवस्था को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां हैं। इससे समाज में एक तनाव पैदा होता है। चिकित्सा विज्ञान की मानें तों मेल इनफर्टिलिटी भी संतान उत्पत्ति में बाधा उत्पन्न करता है, जिसे दूर किया जा सकता है।
मंगल पांडेय ने कहा कि चिकित्सकों के सहयोग से नि:संतान दंपत्ति को मदद मिलेगी। सरकार की ओर से वह भरोसा दिलाते हैं कि इस अभियान में हर प्रकार से सहयोग प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर पद्मश्री डॉ. शांति राय, डॉ. सुनील जिंदल, डॉ. विपिन चंद्रा, डॉ. विनीता सिंह, सुप्रिया जायसवाल, हिमांशु राय, आईवीएफ पटना सेंटर हेड दयानिधि कुमार समेत कई चिकित्सक मौजूद थे ।