Edited By Mamta Yadav, Updated: 13 Dec, 2024 10:59 PM
बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ० प्रेम कुमार की अध्यक्षता में अरण्य भवन स्थित कार्यालय कक्ष में इको-टूरिज्म तथा आईकोनिक पार्क के संबंध में समीक्षा की गयी।
Patna News: बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ० प्रेम कुमार की अध्यक्षता में अरण्य भवन स्थित कार्यालय कक्ष में इको-टूरिज्म तथा आईकोनिक पार्क के संबंध में समीक्षा की गयी। उक्त बैठक में सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार/विशेष सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार / प्रधान मुख्य वन संरक्षक (HoFF), बिहार / अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक—सह–मुख्य वन्यप्राणी प्रतिपालक, बिहार / अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ( कैम्पा ) - सह - नोडल पदाधिकारी (वन संरक्षण), बिहार / अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, कार्य नियोजना प्रशिक्षण एवं विस्तार, बिहार/ मुख्य वन संरक्षक - सह - राज्य नोडल पदाधिकारी, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन एवं आर्द्र भूमि, बिहार/मुख्य वन संरक्षक, संयुक्त वन प्रबंधन, पटना एवं अन्य वरीय पदाधिकारी शामिल हुए।
इको-टूरिज्म तथा आईकोनिक पार्क के संबंध में-
- राज्य के सभी जिलों में अवस्थित आईकोनिक पार्क की सूची तैयार करने तथा सभी जिलों में कम से कम एक आईकोनिक पार्क उस जिले के सबसे बड़े स्थल पर विकसित करने के संबंध में जिला प्रशासन से विमर्श करने का निर्णय लिया गया।
- मरीन ड्राइव (गंगा पथ), पटना में चार से पाँच किलोमीटर क्षेत्र में वृक्षारोपण तथा चेन फेन्सिंग घेरान हेतु प्रस्ताव तैयार कर कार्य करने का निर्णय लिया गया।
- करमचट डैम के लिये 20 करोड़ की राशि आवंटित करने संबंधी अविलंब कार्रवाई करने का निर्देश मंत्री के द्वारा दिया गया।
- ईको-टूरिज्म मद अंतर्गत योजना प्राप्त कर स्वीकृति की कार्रवाई करने का निर्देश मंत्री के द्वारा दिया गया।
- ईको-टूरिज्म के महत्त्व वाले स्थलों के विकास हेतु अन्य वाह्य स्त्रोत यथा - वर्ल्ड बैंक, ए०डी०बी०, जे ०आई०सी०ए० से राशि प्राप्त करने का प्रयास किया जाय।
- ईको-टूरिज्म के महत्त्व वाले अन्य / छोटे स्थलों को विकसित करने हेतु कन्सल्टेंट के सूची करण की कार्रवाई की जाय।
मंत्री द्वारा बताया गया कि गया में कंडी - नवादा, रोहतास में तुतला भवानी, करमचट, गुप्ताधाम, रोहतास गढ़ किला, शेरगढ़ किला, मांझरकुंड, भभुआ में करकटगढ़, करमचट डैम, दुर्गावती वाटरफॉल, बन्शी खोह, जमुई में नागी - नकटी, गरही डैम, सिमलतुल्ला, नरोदा वाटरफॉल, सिलौंजा, गहलोर घाटी, तपोवन, बांका में मंदार, जहानाबाद में वाणावर गुफा, भागलपुर में गांगेय डॉल्फिन आश्रयणी, जगतपुर झील, कदवा दियारा, जेपी उद्यान, नालंदा में जेठियान, बेगूसराय के कांवर झील, मुंगेर में डॉल्फिन पार्क, खड़गपुर झील को और अधिक विकसित कराया जायेगा। मंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार के पहल से राज्य के सभी जिलों में आईकोनिक पार्क की स्थापना की जायेगी।