Edited By Harman, Updated: 14 Aug, 2025 09:40 AM

बिहार के पूर्वी चंपारण जिला में क्षेत्र के पुलिस उप-महानिरीक्षक(डीआइजी) हरिकिशोर राय ने वाहन जांच के दौरान एक दम्पति के साथ हए दुर्व्यवहार के मामले में एक थानाध्यक्ष सहित 5 पुलिस पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिला में क्षेत्र के पुलिस उप-महानिरीक्षक(डीआइजी) हरिकिशोर राय ने वाहन जांच के दौरान एक दम्पति के साथ हए दुर्व्यवहार के मामले में एक थानाध्यक्ष सहित 5 पुलिस पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
थानाध्यक्ष सहित 5 पुलिस पदाधिकारियों को किया निलंबित
पुलिस उप-महानिरीक्षक हरिकिशोर राय ने मोतिहारी के इस चर्चित दुर्व्यवहार मामले में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-01 के कार्यालय, चीनी मिल रोड स्थित घटनास्थल तथा छतौनी थाना पर जाकर स्वंय मामले की जांच की और पाया कि वाहन जांच के दौरान छतौनी थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर अनुज कुमार और होमगार्ड सुरेन्द्र साह ने दम्पति के साथ अभद्रता और दुर्व्यवहार किया था। इस घटना के बाद वहां पदस्थापित पुलिसकर्मियों सब इंस्पेक्टर अमरजीत कुमार, सब सब इंस्पेक्टर इन्द्रकांत कुमार, सब इंस्पेक्टर आरिफ हुसैन, सब इंस्पेक्टर मोहिनी कुमारी को अभद्रता के लिए उत्तरदायी पुलिसकर्मियों के कृत्य को संरक्षित करने एवं गैर जिम्मेदारी पूर्वक पीड़ित को डराने-धमकाने में शामिल पाया। इस आरोप में थानाध्यक्ष सहित सभी संलिप्त पुलिस पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही गृहरक्षक सुरेन्द्र साह को महिला के साथ धक्का-मुक्की और अभद्र व्यावहार करने के कारण तुरन्त ड्यूटी से वंचित करते हुए उनके विरूद्ध सेवा अनुबंध निरस्त करने के लिए कारर्वाई करने के लिए जिला समादेष्टा, होमगार्ड को निदेर्शित किया गया है।
वाहन जांच के दौरान पुलिसकर्मियों ने दम्पति के साथ मारपीट और अभद्रता की
गौरतलब है कि गत सोमवार की देर शाम कल्याणपुर थाना के जमुतापुर ग्रामवासी पिन्टु कुमार अपनी पत्नी अनुराधा कुमारी और साली अमिषा कुमारी के साथ ससुराल जा रहे थे, उस समय उन्हें पुलिसकर्मियों ने रोका एवं आईडी कार्ड मांगा। आईडी दिखाने में विलम्ब होने पर उग्र पुलिसकर्मियों ने दम्पति के साथ मारपीट और अभद्रता की।
घटना का वीडियो हो गया था वायरल
बता दें कि इस घटना की वीडियो वायरल हुई और पुलिस की कार्यशैली की आलोचना होने लगी। अगले दिन घटना के जिम्मेवार सब इंस्पेक्टर अनुज कुमार को निलंबित कर दिया गया। लेकिन पुलिस उप-महानिरीक्षक हरिकिशोर राय ने जांच में छतौनी थानाध्यक्ष सहित 5 पुलिस पदाधिकारियों को इस कृत्य को दबाने और पीड़ित को डराने का जिम्मेवार पाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया।