Edited By Ramanjot, Updated: 02 Nov, 2020 01:26 PM
बिहार के मुंगेर जिले में गत 26 अक्टूबर की रात्रि में देवी दुर्गा की मूर्ति विर्सजन के दौरान श्रद्धालुओं पर "अवांछित और अनधिकृत लाठीचार्ज" करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मुंगेरः बिहार के मुंगेर जिले में गत 26 अक्टूबर की रात्रि में देवी दुर्गा की मूर्ति विर्सजन के दौरान श्रद्धालुओं पर "अवांछित और अनधिकृत लाठीचार्ज" करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मुर्ति विसर्जन में शामिल श्रद्धालुओं पर पुलिसकर्मियों द्वारा लाठीजार्च करने से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके आधार पर कोतवाली थाने में उक्त प्राथमिकी दर्ज की गई है। मुंगेर के पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा, “लोगों पर अनधिकृत और अवांछित लाठीचार्ज में शामिल उन सुरक्षा कर्मियों की वीडियो फुटेज के आधार पर उनकी पहचान करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'' धार्मिक जुलूस पर पुलिस की कार्रवाई के दौरान गोलीबारी में एक युवक की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए थे।
चुनाव आयोग ने 29 अक्टूबर को मगध प्रमंडल के आयुक्त असंगबा चुबा एओ को पूरी घटना की जाँच करने का आदेश दिया था। आयोग के आदेश पर तत्कालीन जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए उनकी जगह सहकारिता विभाग की सहयोग समितियों में निबंधक के पद पर कार्यरत रचना पाटिल को मुंगेर के जिलाधिकारी के पद पर तथा लिपी सिंह की जगह मानवजीत सिंह ढिल्लो की मुंगेर के पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनाती की गई थी।