Edited By Ramanjot, Updated: 23 Aug, 2025 09:04 PM

बिहार पुलिस ने साइबर अपराध और फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए किशनगंज जिले के गर्वनडांगा थाना क्षेत्र से फर्जी निवास एवं अन्य प्रमाण पत्र बनाने वाले अंतरजिला गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
पटना/किशनगंज: बिहार पुलिस ने साइबर अपराध और फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए किशनगंज जिले के गर्वनडांगा थाना क्षेत्र से फर्जी निवास एवं अन्य प्रमाण पत्र बनाने वाले अंतरजिला गिरोह का भंडाफोड़ किया है। महज 24 घंटे के भीतर पुलिस ने इस गिरोह के दो मुख्य अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक संगठित नेटवर्क के जरिए बड़े पैमाने पर फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाए और बेचे जा रहे हैं। सूचना के आधार पर छापेमारी की गई जिसमें अजय कुमार साह को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 2 सेट डेस्कटॉप, 1 लैपटॉप, 1 प्रिंटर, 1 लैमिनेशन मशीन, 6 मोबाइल फोन, ₹39,602 नकद, 150 नेपाली रुपये, 1 पेन ड्राइव और 1 फिंगरप्रिंट स्कैनर बरामद किए गए।
ऑनलाइन नेटवर्क और 26 लाख से अधिक का लेन-देन
तकनीकी जांच में खुलासा हुआ कि गिरोह के सदस्य राजन कुमार नाम से लिंक बनाकर फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे और उन्हें ऑनलाइन बेचते थे। इस नेटवर्क के जरिए विभिन्न बैंकों में अब तक ₹26,47,685 का लेन-देन सामने आया है।
इसी कड़ी में पुलिस ने राजन कुमार को भी गिरफ्तार किया। उसके पास से Paytm QR Code Scanner, 2TB Hard Disk, Biometric Fingerprint Scanner, Wireless Charger, Samsung Galaxy S24 Ultra, iPhone 15 Plus, iQOO Neo7 Mobile, कई बैंक खातों के पासबुक-चेकबुक, डेबिट कार्ड और सिम पैकेट्स बरामद किए गए।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह अंतरजिला स्तर पर सक्रिय था और फर्जी दस्तावेज बेचने का संगठित नेटवर्क चला रहा था। दोनों अभियुक्तों से पूछताछ जारी है और मामले में और गिरफ्तारियां संभव हैं।