Edited By Swati Sharma, Updated: 15 Oct, 2022 10:37 AM
दरअसल, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नालंदा मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजों ने उन्हें एनएमसीएच की कुव्यवस्था को लेकर अपनी समस्याएं सुनाई। इसके बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक्शन में आ...
पटनाः उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नालंदा मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था। इसके बाद उन्होंने शुक्रवार को एनएमसीएच में अच्छी व्यवस्था न होने पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट को निलंबित कर दिया। वहीं निलंबित सुपरिटेंडेंट ने कहा कि डिप्टी सीएम द्वारा मुझ पर की गई कार्रवाई निराधार और गलत है।
मेडिकल सुपरिटेंडेंट को किया गया सस्पेंड
दरअसल, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नालंदा मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजों ने उन्हें एनएमसीएच की कुव्यवस्था को लेकर अपनी समस्याएं सुनाई। इसके बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक्शन में आ गए। शुक्रवार को उन्होंने एनएमसीएच में कुव्यवस्था को लेकर मेडिकल सुपरिटेंडेंट को सस्पेंड कर दिया। वहीं निलंबित मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ विनोद कुमार सिंह ने आपत्ति जताई और उन्होंने कहा है कि तेजस्वी यादव ने मुझे बिना कारण बताएं कार्रवाई कर दी, जो कि बिल्कुल अन्यायपूर्ण है। साथ ही कहा कि जो भी मुझ पर कार्रवाई की गई है, वह निराधार और गलत है।
आईएमए ने उठाए सवाल
विनोद कुमार सिंह को निलंबित करने के बाद आईएमए ने बैठक बुलाई। आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहजानंद सिंह ने कहा कि डिप्टी सीएम पहले कारण बताते और फिर नोटिस देते इसके बाद हम उसका जवाब भी देते। यह कार्रवाई बिल्कुल अन्यायपूर्ण है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसके संबंध में पत्र लिखा जाएगा।
जानिए पूरा मामला
बता दें कि उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव गुरुवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल पहुंंचे थे। उन्होंने एनएमसीएच में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव और वरीय अधिकारियों के साथ मिलकर डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया था। इस दौरान डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजों ने उन्हें अपनी समस्याएं सुनाई। वहां पर लोगों ने उनसे कहा कि दवाएं होने के बावजूद भी दवा नहीं मिलती, दवा बाहर से लानी पड़ती हैं। पीने का पानी भी खरीदकर लाना पड़ता है। नर्स दरवाजा बंद कर के सो जाती हैं।