Edited By Swati Sharma, Updated: 24 Oct, 2024 06:35 PM
सरकार ने बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल तथा पूर्वोत्तर राज्यों को जोड़ने वाली एक बड़ी रेल परियोजना को मंजूरी दी है जिससे निवेशक आकर्षित होंगे और उन्हें रेल के साथ ही बंदरगाहों की भी कनेक्टिविटी उपलब्ध हो सकेगी। सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने...
नई दिल्ली/पटना: सरकार ने बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल तथा पूर्वोत्तर राज्यों को जोड़ने वाली एक बड़ी रेल परियोजना को मंजूरी दी है जिससे निवेशक आकर्षित होंगे और उन्हें रेल के साथ ही बंदरगाहों की भी कनेक्टिविटी उपलब्ध हो सकेगी। सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में गुरुवार को यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक के बाद यह जानकारी।
'यह परियोजना 4553 करोड़ रुपए की'
वैष्णव ने कहा कि यह परियोजना 4553 करोड़ रुपए की है, जिससे बिहार में कनेक्टिविटी को अभूतपूर्व मजबूती मिलेगी। इस परियोजना के तहत 286 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण किया जाना है। उन्होंने कहा कि यह उत्तर बिहार का ड्रीम प्रोजेक्ट है और लंबे समय से उत्तर बिहार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को आज मंजूर दी गई। यह नेपाल बॉडर्र के साथ-साथ नरकटियागंज, रक्सौल, मुजफ्फरपुर, सीतापुर आदि को जोड़ने वाला बड़ा ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर बनेगा। यह बड़ी परियोजना जनकपुरी, लुंबनी, अयोध्या जैसी धार्मिक स्थलों को कनेक्टिविटी प्रदान उपलब्ध करायेगी। यह 4553 करोड़ रुपए की परियोजना है जिसमें 286 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण होना है।
'इससे बिहार के लिए सबसे बड़ा ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर उपलब्ध हो सकेगा'
वैष्णव ने बताया कि इस परियोजना के निर्माण से मिथिलांचल में यदि कोई निवेशक आता है तो उसे बंदरगाह से जोड़ने में भी यह परियोजना महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के निर्माण से बिहार और उत्तर बिहार के लिए सबसे बड़ा ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर उपलब्ध हो सकेगा।