Edited By Harman, Updated: 19 Nov, 2024 03:01 PM
बिहार बोर्ड 2025 से मैट्रिक और इंटर की परीक्षाओं में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) टूल्स का इस्तेमाल कर परीक्षार्थियों पर नकेल कसेगा। एआई तकनीक से छात्रों के लिए एक निष्पक्ष, सुरक्षित तथा विश्वसनीय परीक्षा माहौल सुनिश्चित किया जाएगा। इस नई तकनीक के...
पटना: बिहार बोर्ड 2025 से मैट्रिक और इंटर की परीक्षाओं में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) टूल्स का इस्तेमाल कर परीक्षार्थियों पर नकेल कसेगा। एआई तकनीक से छात्रों के लिए एक निष्पक्ष, सुरक्षित तथा विश्वसनीय परीक्षा माहौल सुनिश्चित किया जाएगा। इस नई तकनीक के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्र परीक्षा के फॉर्म भरते समय कोई गलत जानकारी न दें। यह तकनीक फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ने में काफी मददगार साबित होगी।
बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि अगले वर्ष से एआई, मशीन लर्निंग और चैटबॉट जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई छात्र अपने दस्तावेजों में दर्ज जानकारी में बदलकर फर्जी तरीके से परीक्षा में बैठने का प्रयास न करें। साथ ही यह भी सुनिश्चित होगा कि कोई छात्र अपनी उम्र कम करने के लिए नाम में परिवर्तन कर फॉर्म न भर सके। साथ ही इस नई पहल से परीक्षा को पारदर्शिता के साथ संपन्न करवाने में मदद मिलेगी।
बता दें कि इस तकनीक को लागू करने के बाद बिहार बोर्ड देश का पहला बोर्ड होगा। इसके अलावा बिहार बोर्ड अपनी प्रक्रिया का आईएसओ सर्टिफिकेशन भी कराएगा। इसके लिए मेजर्स टीक्यूएमएस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को टेंडर दिया गया है।