Edited By Harman, Updated: 02 Jun, 2025 09:27 AM

पटना चिड़ियाघर में हथिनी माला की रविवार को मौत हो गई। हथिनी माला लंबे से बीमार चल रही थी। करीब 55 वर्षीय माला को 1975 में रेसक्यू कर पटना जू लाया गया था। यहां वह सबसे लोकप्रिय और बच्चों की चहेती थी। वहीं उसके निधन के बाद पूरे जू में सन्नाटा पसर गया...
Patna News: पटना चिड़ियाघर में हथिनी माला की रविवार को मौत हो गई। हथिनी माला लंबे से बीमार चल रही थी। करीब 55 वर्षीय माला को 1975 में रेसक्यू कर पटना जू लाया गया था। यहां वह सबसे लोकप्रिय और बच्चों की चहेती थी। वहीं उसके निधन के बाद पूरे जू में सन्नाटा पसर गया है।
मिली जानकारी के अनुसार हथिनी माला को वर्ष 1975 में जब रेसक्यू कर यहां लाया गया तो उसकी उम्र मात्र 7 वर्ष थी। माला कई महीनों से बहुत बीमार चल रही थी और चलने-फिरने में भी असमर्थ हो गई थी। पैरों में गहरे घाव हो चुके थे। डाक्टर इसकी देख-रेख कर रहे थे। वहीं रविवार को 55 साल की उम्र में माला ने अंतिम सांस ली।
बताया जा रहा है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की शुरूआती जांच में माला की मौत का कारण कार्डियक रेस्पिरेटरी फेलियर बताया गया है। हालांकि, विस्तृत जांच के लिए मादा हाथी के विसरा के सैंपल को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली भेजा जाएगा।