Edited By Swati Sharma, Updated: 01 Dec, 2023 02:45 PM
शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों की छुट्टी को लेकर जारी किए गए कैलेंडर पर जहां पूरे बिहार में शिक्षकों में असंतोष की स्थिति है, वहीं दूसरी ओर बेगूसराय में राज्यसभा सांसद प्रो. डॉ. राकेश सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्रदेश में तुष्टीकरण के...
बेगूसराय: शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों की छुट्टी को लेकर जारी किए गए कैलेंडर पर जहां पूरे बिहार में शिक्षकों में असंतोष की स्थिति है, वहीं दूसरी ओर बेगूसराय में राज्यसभा सांसद प्रो. डॉ. राकेश सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्रदेश में तुष्टीकरण के माध्यम से सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया है।
"चाहे कोई भी विद्यालय हो छुट्टी एक ही होनी चाहिए"
राकेश सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार चुनावी सांप्रदायिकता को लेकर दो समुदायों को आमने-सामने खड़ा करना चाहती है और एक प्रतिस्पर्धा करवाना चाहती है। जिसके दो पक्ष हैं, पहला तो केके पाठक हैं। वे ऐसे कदम उठा रहे हैं, जिससे बच्चे नास्तिक हो जाए, अध्यात्म से दूर हो जाए, चारबागी संस्कृति के हवाले कर दिए जाएं यानी भौतिकता ही भौतिकता उन पर रहे। दूसरा समाज को दो हिस्सों में बांटना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी विद्यालय हो छुट्टी एक ही होनी चाहिए। यदि रविवार को छुट्टी होती है तो रविवार को ही छुट्टी होनी चाहिए। शुक्रवार को अलग से छुट्टी देने के बाद प्रतिस्पर्धा बढ़ेंगी।
"बिहार को चुनाव से पहले दो हिस्सों में बांट देना चाहते हैं नीतीश"
राज्यसभा सांसद ने कहा कि सभी विद्यालयों के लिए सभी शिक्षण संस्थानों के लिए एक कानून लागू हो। तुष्टिकरण की नीति बिहार में चल रही है और ऐसा करने में किसी समुदाय ने मांग नहीं की है। समुदाय के ऊपर थोपा जा रहा है, इसलिए पूरा दोष नीतीश कुमार और तेजस्वी के शासन को जाता है। वे घोर सांप्रदायिकता के आधार पर बिहार को चुनाव से पहले दो हिस्सों में बांट देना चाहते है।