Edited By Swati Sharma, Updated: 19 Sep, 2023 12:02 PM

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव (Chandrashekhar Yadav) ने कहा कि भगवान राम उनके सपने में आए थे और उनसे कहा कि देखो चंद्रशेखर हमको इन लोगों ने बाजार में बेच दिया है। हमको बिकने से बचा लो। इसलिए हम कभी कभार इस तरह की बात कर देते हैं।
सुपौल(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव (Chandrashekhar Yadav) ने कहा कि भगवान राम उनके सपने में आए थे और उनसे कहा कि देखो चंद्रशेखर हमको इन लोगों ने बाजार में बेच दिया है। हमको बिकने से बचा लो। इसलिए हम कभी कभार इस तरह की बात कर देते हैं।
'भगवान राम मेरे सपने में आए थे'
दरअसल, रविवार को शिक्षा मंत्री सुपौल के पिपरा प्रखंड के रामपुर गांव आए। जहां पूर्व शिक्षक संघ के अध्यक्ष स्व लक्ष्मी यादव के पुण्य तिथि के अवसर पर उन्होंने स्व लक्ष्मी यादव को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने कई तरह के धार्मिक ज्ञान भी दिए। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने शबरी के जूठे बेर खाए, लेकिन आज शबरी का बेटा मंदिर नहीं जा सकता, यह दुखद है। राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को रोक दिया जाता है, गंगाजल से धोया जाता है। ईश्वर ने शबरी का झूठा खाकर संदेश दिया था। भगवान भी जाति व्यवस्था से कुपित थे। सोचा होगा हम खा लेंगे तो दुनिया खाने लगेगी। लेकिन उन्हें अकेले छोड़ दिया, खाली धूप बत्ती दिखाकर उन्हें छोड़ दिया जाता है। उसका अनुकरण नहीं किया जाता।
शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों से कही ये बात
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बाबा धर्मराज मर्यादा पुरुषोत्तम थे। जो जाति व्यवस्था को खत्म करते हुए संदेश देकर चले गए। उन्होंने कहा हम तो केवल एक बार बोले लेकिन मोहन भागवत ने दो बार बोला। लोग हमारी जीभ काटने पर दस करोड़ का इनाम रख दिया। लेकिन मोहन भागवत के विरोध में दस रुपए का भी इनाम नहीं रखा। वहीं, इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने मौजूद शिक्षकों से भी कई बातें कही। उन्होंने कहा कि उनके सम्मान को मंत्री के तरफ से कभी ठेस नहीं पहुंचेगी। उन्होंने केके पाठक ने नाम लिए बिना कटाक्ष करते हुए कहा हां ये अलग बात है कि कुछ सिरफिरे लोग कभी कभार आ जायेंगे कुछ कह के चले जायेंगे उसका ख्याल भी नहीं कीजिएगा। क्योंकि ऐसे लोग सरकार का संदेश भी नहीं दे पाएंगे। सरकार का संदेश मुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री ही देंगे।