Edited By Ramanjot, Updated: 03 Sep, 2025 08:11 PM

राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) वाहिनी मुख्यालय का सपना अब जल्द ही साकार होने वाला है। पटना के बिहटा स्थित दिलावरपुर में 25 एकड़ भूमि पर 287.52 करोड़ रुपये की लागत से बने इस आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन इसी माह होने की संभावना है।
पटना: राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) वाहिनी मुख्यालय का सपना अब जल्द ही साकार होने वाला है। पटना के बिहटा स्थित दिलावरपुर में 25 एकड़ भूमि पर 287.52 करोड़ रुपये की लागत से बने इस आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन इसी माह होने की संभावना है। भवन निर्माण विभाग की ओर से निर्मित यह परिसर न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में आपदा प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण केंद्र साबित होगा।
मुख्यालय परिसर में अधिकांश भवनों का निर्माण पूरा हो चुका है। इनमें प्रशासनिक भवन, ट्रेनिंग ब्लॉक, क्वार्टर मास्टर स्टोर, हेड कॉन्स्टेबल ब्लॉक, डिप्टी कमांडेंट आवास, कॉन्स्टेबल आवास, क्यूआरटी भवन, ऑफिसर्स मेस, सब-ऑर्डिनेट मेस, बैरक, इलेक्ट्रिक सब स्टेशन, कमांडेंट आवास, एमटी वर्कशॉप और मुख्य द्वार शामिल हैं। साथ ही इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर और डॉक्टर आवास भी पूरी तरह तैयार हो चुके हैं।
भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि शेष निर्माण कार्य भी शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से बिहार की आपदा प्रबंधन क्षमता को मजबूती मिलेगी। कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण और अनुश्रवण किया जा रहा है।
मुख्यालय परिसर को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जा रहा है। यहां राष्ट्रीय स्तर का स्विमिंग पूल तैयार किया जा रहा है, जो जवानों को बाढ़ राहत एवं जल-आपदा प्रबंधन में विशेष प्रशिक्षण देगा। इसके अतिरिक्त एक आधुनिक प्रेक्षा गृह का निर्माण प्रगति पर है। परिसर में 1240 किलोवाट क्षमता का सौर संयंत्र, एसटीपी और डब्ल्यूटीपी भी स्थापित किए जाएंगे, जिससे ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित होगा।
वर्तमान में एसडीआरएफ मुख्यालय अस्थायी रूप से बिहटा में ही संचालित हो रहा है। प्रशिक्षण केंद्र के अभाव में जवानों को अन्य राज्यों में प्रशिक्षण के लिए जाना पड़ता है, जिससे समय और संसाधनों की हानि होती है। नए मुख्यालय के बन जाने से यह समस्या दूर होगी और आपदा प्रबंधन में त्वरित व प्रभावी कार्रवाई संभव हो सकेगी।