Edited By Khushi, Updated: 12 Jun, 2023 05:06 PM

बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित तृतीय स्नातक स्तरीय (सीजीएल 3) परीक्षा का विवाद समाप्त होने के बजाय बढ़ते ही जा रहा है। जब दिसंबर में पीटी परीक्षा आयोजित हुई थी तो उस समय पेपर लीक के कारण यह परीक्षा विवादों में थी।
Patna: बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित तृतीय स्नातक स्तरीय (सीजीएल 3) परीक्षा का विवाद समाप्त होने के बजाय बढ़ते ही जा रहा है। जब दिसंबर में पीटी परीक्षा आयोजित हुई थी तो उस समय पेपर लीक के कारण यह परीक्षा विवादों में थी। अब पीटी रिजल्ट के बाद एक बार फिर से पारदर्शिता के मुद्दे पर इस परीक्षा को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
"परसेंटेज पर रिजल्ट किस आधार पर दिया गया है, स्पष्ट करे BSSC"
राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा है कि इस परीक्षा में परीक्षार्थियों का मार्क्स, ओएमआर, उत्तर और प्रश्न कुछ भी जारी नहीं किया गया है। 5 मार्च की पुनर्परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों की संख्या लगभग 2600 ही है जबकि अन्य दोनों पालियों से रिजल्ट अधिक दिया है। परसेंटेज पर रिजल्ट किस आधार पर दिया गया है इन सभी मुद्दों को बीएसएससी को स्पष्ट करना चाहिए। छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि 9 लाख परीक्षार्थियों को यह जानने का अधिकार है कि उन्हें इस परीक्षा में कितना मार्क्स आया, किस प्रश्न का कौन उत्तर आयोग ने सही माना है, परीक्षार्थियों के ओएमआर में कोई छेड़छाड़ तो नहीं किया गया। इसलिए बीएसएससी को चाहिए कि 9 लाख अभ्यर्थियों की मांग और उनके हित को ध्यान में रखते हुए सभी परीक्षार्थियों का मार्क्स, ओएमआर, उत्तर और प्रश्न ऑनलाइन जारी कर दें। जब बीपीएससी संवैधानिक संस्था होने के बावजूद भी पारदर्शिता के लिए ऐसा करती है तो बीएसएससी ऐसा क्यों नही करती?
छात्र नेता ने BSSC को दी चेतावनी
छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर बीएसएससी ने ऐसा नहीं किया तो बिहार के सभी जिलों में चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेंगे और उसके बाद राजधानी पटना में एक बहुत बड़ा छात्र आंदोलन करेंगे, जिसमें 1 लाख छात्र शामिल हों ऐसी कोशिश की जाएगी।