Edited By Ramanjot, Updated: 24 Apr, 2025 05:14 PM

UPSC Success Story: रवि राज बिहार के नवादा जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता रंजन कुमार सिन्हा एक किसान हैं जबकि मां विभा सिन्हा गृहिणी हैं। बताया जाता है कि रवि राज ने शुरू से ही यूपीएससी परीक्षा पर फोकस किया था। उन्होंने मिर्जापुर के ऑक्सफॉर्ड...
UPSC Success Story: कहते हैं इंसान के अंदर अगर कुछ कर गुजरने की इच्छा हो तो कोई भी चुनौती उसके रास्ते की दीवार नहीं बन सकती...इसको चरितार्थ किया है बिहार के लाल रवि राज ने, जिन्होंने नेत्रहीन होने के बावजूद संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा में पूरे भारत में 182वीं रैंक हासिल की। हालांकि, इस सफर में उनकी मां ने हर मोड़ पर उनका साथ निभाया।
दरअसल, रवि राज बिहार के नवादा जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता रंजन कुमार सिन्हा एक किसान हैं जबकि मां विभा सिन्हा गृहिणी हैं। बताया जाता है कि रवि राज ने शुरू से ही यूपीएससी परीक्षा पर फोकस किया था। उन्होंने मिर्जापुर के ऑक्सफॉर्ड पब्लिक स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद बिहार के नवादा के एसएन इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास की। फिर साल 2021 में नवादा के ही एसआरएस कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। इसके बाद वे यूपीएससी की तैयारी में जुट गए।
मां को दिया सफलता का श्रेय
हालांकि, नेत्रहीन होने के कारण रवि राज की मां ने पढ़ाई में उनकी काफी मदद की। किताबों को पढ़कर सुनाना हो या फिर कठिन विषयों को समझाना हो, हर कदम पर मां ने बेटे का साथ निभाया। रवि अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने माता-पिता, विशेष रूप से अपनी मां को देते हैं। रवि बताते हैं कि उनकी मां ही हर विषय को पढ़ती थीं और वो सुनकर परीक्षा की तैयारी करते थें। उनकी मां ने उनके लिए परीक्षा में राइटर का काम भी किया है।
BPSC में भी पाई थी सफलता
बता दें कि इससे पहले रवि ने 69वीं BPSC परीक्षा में भी सफलता पाई थी। उन्होंने 490वीं रैंक हासिल किया था, जिससे उनका राजस्व अधिकारी के रूप में चयन हुआ था, लेकिन उन्होंने उस नौकरी से अवकाश लेकर UPSC की तैयारी जारी रखी। वहीं अब उन्होंने बड़ी सफलता पाई है। रवि राज की इस उपलब्धि पर नवादा के जिलाधिकारी रवि प्रकाश ने खुद मिलकर उन्हें बधाई दी।