Edited By Ramanjot, Updated: 04 Jul, 2024 11:26 AM
![teachers are marking attendance by tampering with the shiksha kosh app](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_7image_11_20_236510462online7-ll.jpg)
बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए ई-शिक्षा कोष ऐप जारी किया गया है। लेकिन कुछ शिक्षक कोष ऐप में गड़बड़ी करके ऑनलाइन अटेंडेंस लगा रहे हैं। इसकी सूचना मिलने के बाद शिक्षा विभाग एक्शन मोड में हैं
पटना-बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए ई-शिक्षा कोष ऐप जारी किया गया है। लेकिन कुछ शिक्षक कोष ऐप में गड़बड़ी करके ऑनलाइन अटेंडेंस लगा रहे हैं। इसकी सूचना मिलने के बाद शिक्षा विभाग एक्शन मोड में हैं। शिक्षा परियोजना परिषद के एमआईएस प्रभारी ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को शिक्षा कोष ऐप में छेड़छाड़ कर हाजिरी लगाने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
ऐप के बारे में गलत जानकारी फैला रहे शिक्षक
जानकारी के अनुसार, घर बैठे कुछ शिक्षक शिक्षा कोष ऐप में छेड़छाड़ कर अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे है। इसके लिए वे कभी लोंगिट्यूड एवं लैटिट्यूड बदलकर, डेट और टाइम की सेटिंग चेंज कर हाजिरी लगा रहे हैं एवं वीडियो बनाकर ऐप के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं। अब शिक्षा परियोजना परिषद के एमआईएस प्रभारी ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को मोबाइल पर शिक्षा कोष ऐप में छेड़छाड़ कर रहे शिक्षकों को चिन्हित कर शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए है।
बता दें कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को 25 जून से ई-शिक्षा कोष ऐप के जरिये ऑनलाइन उपस्थिति बनाना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए एक जीपीएस सिस्टम लगा है, जिसके तहत स्कूल के 500 मीटर के दायरे में रहकर हाजिरी लगानी है। लेकिन, शिक्षक दूसरी जगहों से भी उपस्थिति बना रहे हैं।