Edited By Ramanjot, Updated: 28 Dec, 2022 02:04 PM

मुजफ्फरपुर के मोतीपुर बाजार स्थित डाकघर की 26 डिसमिल जमीन को भूमाफिया अब्दुल रहीम ने करीब पांच करोड रुपए में बेचने का असफल प्रयास किया था लेकिन उसे जमीन बेचने में सफलता नहीं मिली। अंचलाधिकारी ने बताया कि उक्त जमीन डाक विभाग की है और डाक विभाग के नाम...
मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सरकारी जमीन पर बने एक डाकघर की जमीन का भू-माफिया द्वारा करोड़ों रुपए में सौदा तय कर लिए जाने का एक मामला प्रकाश में आया है। लेकिन इससे पहले कि वह अपने मंसूबे में कामयाब हो पाते, विभाग के रजिस्ट्रार की उसे नाकाम कर दिया। वहीं अब सच्चाई सामने आने के बाद उस जमीन के निबंधन की प्रक्रिया रुक गई है।
इस बिक्री पर तत्काल प्रभाव से लगाई गई रोक
मुजफ्फरपुर अनुमंडल पुलिस अधिकारी (पश्चिमी) बृजेश कुमार ने बताया कि उक्त मामले में सहायक निबंधक ने स्थानीय अंचलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी जिसके बाद तत्काल प्रभाव से इस बिक्री पर रोक लगाई गई। मुजफ्फरपुर के मोतीपुर बाजार स्थित डाकघर की 26 डिसमिल जमीन को भूमाफिया अब्दुल रहीम ने करीब पांच करोड रुपए में बेचने का असफल प्रयास किया था लेकिन उसे जमीन बेचने में सफलता नहीं मिली।
जमीन खाली देख बेचने में लग गए थे भू-माफिया
अंचलाधिकारी ने बताया कि उक्त जमीन डाक विभाग की है और डाक विभाग के नाम से उसकी जमाबंदी कायम है। उनके अनुसार 70 के दशक में इस डाकघर में आग लग गई थी जिसमें कई कागजात जलकर खाक हो गए थे और उक्त डाकघर को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया था। अंचलाधिकारी का कहना है कि यह जमीन खाली देख भू-माफिया इसे बेचने में लग गए थे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उनके स्तर से भेजे गए जांच प्रतिवेदन के आधार पर निबंधक ने उक्त भूखंड के निबंधन पर रोक लगा दी।
अब्दुल रहीम ने एडवांस ली थी मोटी रकम
बताया जा रहा है कि जमीन की खरीदारी मोतीपुर के मो. अब्बास नामक शख्स को करनी थी। जमीन बेचने के लिए खुद को अधिकृत बताकर अब्दुल रहीम ने मोटी रकम एडवांस ली थी।