Edited By Ramanjot, Updated: 21 Nov, 2022 10:42 AM

सुशील मोदी ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि यदि हिम्मत है तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी आवासों पर अवैध कब्जे के मुद्दे पर श्वेत पत्र जारी करें। उन्होंने कहा कि भाजपा का कोई जनप्रतिनिधि किसी सरकारी आवास में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तरह...
पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सुपर सीएम तेजस्वी प्रसाद के दबाव में राज्य सरकार राजनीतिक बदले की भावना से भाजपा के पूर्व उप मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस थमाकर उनसे भारी जुर्माना वसूलना चाहती है।
"सरकारी आवासों पर श्वेत पत्र जारी करें नीतीश"
सुशील मोदी ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि यदि हिम्मत है तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी आवासों पर अवैध कब्जे के मुद्दे पर श्वेत पत्र जारी करें। उन्होंने कहा कि भाजपा का कोई जनप्रतिनिधि किसी सरकारी आवास में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तरह जबरदस्ती नहीं रहना चाहता। भाजपा सांसद ने कहा कि वर्ष 2017 में महागठबंधन सरकार गिरने के बाद तत्कालीन तेजस्वी यादव 5, देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी बंगला खाली करने की नोटिस के बावजूद बिना कोई अतिरिक्त भुगतान किए न केवल डेढ़ साल तक वहां बने रहे बल्कि उच्च न्यायालय में मुकदमा हारने के बाद उच्चतम न्यायालय तक गए।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने 50 हजार रुपए का जुर्माना लगा कर तेजस्वी यादव को वह बंगला खाली करने का आदेश दिया था, जिसकी साज-सज्जा पर जनता के करोड़ों रुपए बहाए गए थे। उन्होंने बताया कि उसके बाथरूम तक कुल 46 एसी लगे थे। उन्होंने कहा कि जिन भाजपा नेताओं को आवास खाली करने का नोटिस दिया गया है, पहले उनके नाम आवंटित आवास को खाली करा कर और उसे रहने लायक बना कर दिया जाना चाहिए। मोदी ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के दर्जनों लोग अवैध तरीके से सरकारी आवासों में रह रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।