Edited By Harman, Updated: 20 Feb, 2025 09:10 AM

झारखंड में मौसम विभाग द्वारा आज यानी गुरुवार को वज्रपात और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही इस दौरान गर्जन और वज्रपात के साथ वर्षा होने की भी संभावना है। इस दौरान जिलों में कुछ जगहों पर तेज हवाएं चलने की भी संभावना जताई गई है।
Jharkhand Weather Alert Today: झारखंड में मौसम विभाग द्वारा आज यानी गुरुवार को वज्रपात और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही इस दौरान गर्जन और वज्रपात के साथ वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान जिलों में कुछ जगहों पर तेज हवाएं चलने की भी संभावना जताई गई है।
इन राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने 20 और 21 फरवरी को राज्य के कई जगहों पर गर्जन और ओलावृष्टि की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इनमें सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, खूंटी, रांची, रामगढ़ और बोकारो धनबाद, गिरिडीह, देवघर, जामताड़ा और दुमका जिला शामिल है। साथ ही 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भी संभावना जताई गई है। जिसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं हल्की-हल्की बारिश की भी संभावना जताई गई है।
जानें कहां कितना रहा तापमान
बता दें कि पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक तापमान सरायकेला खरसावां का दर्ज किया गया जो कि 36 डिग्री सेल्सियस था। वहीं रांची का अधिकतम तापमान 29डिग्री सेल्सियस , जबकि पूर्वी सिंहभूम का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस वहीं पलामू का 32.7डिग्री सेल्सियस तथा पश्चिम सिंहभूम 34.8डिग्री सेल्सियस और चतरा का 28.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग ने सतर्क रहने की दी सलाह
गर्जन और ओलावृष्टि की संभावना को देखते हुए किसानों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग का कहना है कि किसान बारिश के दौरान खुले में न जाएं और Lightning Strike से बचने के लिए सुरक्षित स्थान पर रहें। वे मौसम के सामान्य होने तक खेतों में न जायें। अगर पहले से खेत पर हैं और मौसम बदल जाये, तो भूलकर भी किसी पेड़ के नीचे शरण न लें। पेड़ और बिजली के पोल से हर हाल में दूर रहें। किसी पक्के शेड के नीचे शरण लें। मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें।