Edited By Khushi, Updated: 04 May, 2025 06:42 PM

रांची: झारखंड में संविधान बचाओ रैली में जातिगत जनगणना की सच्चाई से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अवगत कराया जाएगा ताकि आम लोगों तक पूरा सच सामने आ सके।
रांची: झारखंड में संविधान बचाओ रैली में जातिगत जनगणना की सच्चाई से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अवगत कराया जाएगा ताकि आम लोगों तक पूरा सच सामने आ सके। झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जातिगत जनगणना की मांग का मोदी सरकार लंबे समय से मजाक उड़ाती रही और इसके विरोध में बातें करती थी, लेकिन कांग्रेस के निरंतर दबाव और राहुल गांधी द्वारा मुखर होकर जातिगत जनगणना को सामाजिक न्याय के लिए आवश्यक बताकर लगातार संघर्ष करने के कारण केंद्र सरकारी इस मांग को मानने को बाध्य हो गई और जातिगत जनगणना करने की घोषणा की।
कमलेश ने कहा कि विगत दिनों कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद प्रस्ताव पारित कर विभिन्न मांग की गई। इन मांगों में प्रमुख रूप से संविधान के अनुच्छेद 15 (5) को तत्काल लागू करना है ताकि दलित आदिवासी ओबीसी समुदाय को निजी शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण मिल सके, जातिगत जनगणना में देरी नहीं होनी चाहिए, जनगणना की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और समय बद्ध होनी चाहिए जिसमें संसद में तत्काल बहस और बजट के प्रावधान हो, जाति जनगणना के आंकड़ों का उपयोग आरक्षण शिक्षा रोजगार और कल्याण नीतियों की मजबूती के लिए किया जाए।
कमलेश ने कहा कि संविधान बचाओ रैली में जातिगत जनगणना के संदर्भ में इन मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाया जाएगा, खासकर अनुच्छेद 15 (5) के अविलंब क्रियान्वयन की मांग को लेकर रैली में आने वाले लोगों को भाजपा के बहुजन विरोधी सोच जातिगत जनगणना के विरोध और सामाजिक न्याय को दबाने के प्रयासों को विस्तार से बताया जाएगा ताकि पंचायत स्तर तक के ग्रामीणों तक यह बात पहुंचे कि किस तरह भाजपा उनके संवैधानिक अधिकारों को लगातार कुचल रही है।