Edited By Khushi, Updated: 30 Aug, 2024 04:17 PM
मानव तस्करी दुनिया भर में एक गंभीर समस्या बनकर उभरी है। यह एक ऐसा अपराध है जिसमें लोगों को उनके शोषण के लिये खरीदा और बेचा जाता है। इसी क्रम में लोहरदगा पुलिस और आरपीएफ ने संयुक्त कार्रवाई कर 7 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्कर कुल 34...
लोहरदगा: मानव तस्करी दुनिया भर में एक गंभीर समस्या बनकर उभरी है। यह एक ऐसा अपराध है जिसमें लोगों को उनके शोषण के लिये खरीदा और बेचा जाता है। इसी क्रम में लोहरदगा पुलिस और आरपीएफ ने संयुक्त कार्रवाई कर 7 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्कर कुल 34 मजदूरों को लेकर त्रिपुरा, यूपी और बिहार के अलग-अलग स्थानों में जा रहे थे। पुलिस ने सभी 34 मजदूरों को रेस्क्यू किया है।
एसपी हारिस बिन जमां ने प्रेस वार्ता कर पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि लातेहार, लोहरदगा, गुमला जिले के कई मजदूरों को कुछ मानव तस्कर बरगला कर दूसरे प्रदेश में ईंट भट्टे में काम दिलाने को लेकर जा रहे हैं जिसके बाद गुप्त सूचना के आधार पर एक टीम बनाई गई। टीम ने लोहरदगा रेलवे स्टेशन में छापेमारी की। लोहरदगा पुलिस और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में 7 मानव तस्करों को पकड़ा गया है। इन तस्करों की गिरफ्तारी लोहरदगा रेलवे स्टेशन से हुई है।
जिन लोगों को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया है, उनमें एक 10 साल की बच्ची, एक 13 साल का बालक और 2 महिलाएं भी शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों में विनोद भगत, सुरेश असुर, दिलीप लोहरा, अजारुल हक, सुरेंद्र गोप, जगेश्वर उरांव और नेपाली उरांव शामिल है।