Edited By Khushi, Updated: 07 Apr, 2023 12:43 PM

झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का बीते गुरुवार को चेन्नई में इलाज के दौरान निधन हो गया है। आज यानी शुक्रवार की सुबह जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर चेन्नई से मुंबई लाया गया।
रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का बीते गुरुवार को चेन्नई में इलाज के दौरान निधन हो गया है। आज यानी शुक्रवार की सुबह जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर चेन्नई से मुंबई लाया गया। विधानसभा के बाद अब जेएमएम कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा गया है।

गांव अलारगो में होगा अंतिम संस्कार
बताया जा रहा है कि जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर जेएमएम कार्यालय में रखा गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, रामेश्वर उरांव, सांसद अन्नपूर्णा देवी, बाबूलाल मरांडी, मिथिलेश ठाकुर, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, स्टीफन मरांडी, महुआ माजी, सरयू राय, प्रदीप यादव, बंधु तिर्की, शिल्पी नेहा तिर्की सहित कई नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद जगरनाथ महतो के नारे लगे।
इसके बाद पार्थिव शरीर उनके गांव अलारगो ले जाया जाएगा जहां शाम तक उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा।

जगरनाथ महतो के टि्वटर अकाउंट से किया गया था ये ट्वीट
बता दें कि महतो झारखंड के डुमरी विधानसभा क्षेत्र 3 बार लगातार विधायक रहने के बाद चौथी बार के अपने कार्यकाल में स्कूली शिक्षा मंत्री एवं मद्य निषेध उत्पाद मंत्री बने थे। जगरनाथ महतो का जन्म 31 जुलाई 1967 को हुआ था। वह झारखंड में बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल के अलार्गो पंचायत अंतर्गत सिमराकुली गांव के निवासी थे। वहीं, जगरनाथ महतो के टि्वटर अकाउंट से उनके निधन के बाद एक ट्वीट किया गया था, जिसमें जगरनाथ महतो को श्रद्धांजलि देने के साथ- साथ लिखा गया है मेरा झारखंड आबाद रहे।
गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर 2022 में भी शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत बिगड़ी थी। इसके बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। करीब 1 महीने तक रांची में उनका इलाज चला था। इस दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने अस्पताल जाकर शिक्षा मंत्री से मुलाकात की थी और चेन्नई जाकर जांच कराने की सलाह दी थी।

इसके बाद स्वास्थ्य में सुधार न होने पर 19 अक्टूबर 2022 को उन्हें विशेष विमान से चेन्नई ले जाया गया था। चेन्नई में उन्हें एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 28 अक्टूबर को अस्पताल की तरफ से एक मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया था, जिसमें उनके फेफड़ों में कोई सुधार नहीं दिखा। तब डॉक्टरों ने लंग्स ट्रांसप्लांट करने का निर्णय लिया।

10 नवंबर को जगरनाथ महतो का लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया। 11 जनवरी को उन्हें आईसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया था। इसके बाद वह अपने घर वापिस आ गए थे, लेकिन 14 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी। घबराहट और बेचैनी के बाद उनको पास के ही एचइसी-पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सीटी स्कैन सहित सभी प्रकार की जांच हुई, जिसमें लंग्स में माइल्ड इंफेक्शन के संकेत मिले थे। उनको आईसीयू में शिफ्ट किया गया। रात में उन्हें एयर एंबुलेंस से एमजीएम चेन्नई शिफ्ट कर दिया गया था।