Edited By Harman, Updated: 22 Oct, 2024 10:58 AM
कुणाल सारंगी ने भाजपा को छोड़कर फिर से जेएमएम का दामन थाम लिया है। पार्टी में शामिल होने के बाद कुणाल सारंगी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और साथ ही गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी में रहने के लिए भ्रष्टाचार की डिग्री होनी चाहिए व...
रांची: कुणाल सारंगी ने भाजपा को छोड़कर फिर से जेएमएम का दामन थाम लिया है। पार्टी में शामिल होने के बाद कुणाल सारंगी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और साथ ही गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी में रहने के लिए भ्रष्टाचार की डिग्री होनी चाहिए व प्रमोशन के लिए चापलूसी करनी पड़ती है। इसलिए अब मुझे खुशी है कि मैं अपने असल पते पर वापस आ गया हूं।
"भाजपा में प्रमोशन के लिए चापलूसी करनी पड़ती"
कुणाल सारंगी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा मैं बीजेपी इसलिए शामिल हुआ था कि शायद यह एक राष्ट्रीय मंच है और इसके जरिए मुझे अधिक से अधिक लोगों की सेवा करने का अवसर मिलेगा, लेकिन सब कुछ इसके उलट हुआ। बीजेपी में केवल एक ही पैमाना है, अगर आपको प्रमोशन चाहिए, तो पूरी तरह से चापलूसी करनी होगी और भ्रष्टाचार के कुछ डिग्री भी हासिल करने पड़ेंगे। कुणाल सारंगी ने आगे कहा आप खुद देख सकते हैं संसद में कितने नेता ऐसे हैं, जिनका आपराधिक इतिहास है। इसके बावजूद उन्हें बीजेपी का टिकट और सांसद का पद दिया गया। साढ़े चार साल तक बीजेपी में रहने पर मैंने यही सीखा है।
"मैं अपने परिवार में वापस आ गया हूं"
पार्टी में शामिल होने के बाद कुणाल सारंगी ने कहा मैं अपने परिवार में वापस आ गया हूं।अब मैं दोबारा बीजेपी में नहीं जाऊंगा। यही वह मंच है, जिसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुझे झारखंड की राजनीति में प्रवेश करने और लोगों की सेवा करने का मौका दिया था। इसलिए अब मुझे खुशी है कि मैं अपने असल पते पर वापस आ गया हूं।
बता दें कि वर्ष 2014 में कुणाल सारंगी ने झामुमो के टिकट पर बहरागोड़ा विधानसभा से जीत हासिल की थी। साल 2019 में उन्होंने भाजपा में शामिल हुए लेकिन विधानसभा चुनाव में उन्हें झामुमो के समीर मोहंती के हाथों हार का सामना करना पड़ा।