Edited By Khushi, Updated: 19 May, 2023 07:10 PM

झारखंड के (Sahibganj) साहिबगंज जिले के बोरियो प्रखंड के चटकी गांव की आंगनबाड़ी सेविका मालोती सोरेन के शव का 16 दिन बाद भी अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है।
Sahibganj: झारखंड के (Sahibganj) साहिबगंज जिले के बोरियो प्रखंड के चटकी गांव की आंगनबाड़ी सेविका मालोती सोरेन के शव का 16 दिन बाद भी अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। परिजन शव मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
परिजनों को नहीं सौंपा गया है शव
मृतका मालोती के परिजनों का कहना है कि अब तक अंतिम संस्कार के लिए शव नहीं सौंपा गया है। मालोती सोरेन के शरीर के मिले अंग दुमका मेडिकल कालेज में पड़े हैं। परिजनों का कहना है कि अंतिम संस्कार की सारी तैयारी कर रखी है, लेकिन शव का अब तक पोस्टमार्टम तक नहीं हो सका है। इतना ही नहीं परिजनों का ये भी कहना है कि मालोती के माता-पिता का डीएनए सैंपल अब तक नहीं लिया गया है। एक दिन पुलिस उन्हें सदर अस्पताल ले जाने के लिए आई थी, लेकिन बीमार होने की वजह से मालोती के पिता नहीं जा सके। इसके बाद तय हुआ कि चिकित्सक उनके घर जाकर सैंपल लेंगे, लेकिन अब तक सैंपल नहीं लिए गए।
आरोपी पति है जेल के अंदर
गौरतलब है कि 27 अप्रैल से लापता आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका मालोती का शव 2 मई को कई टुकड़ों में जंगल में मिला था, जिसमें एक खोपड़ी, खून से सना नाइटी, चप्पल, बाल थे। मालोती के परिजनों ने इसकी पहचान की। मालोती की मां संझली टुडू ने दामाद चटकी निवासी तल्लू किस्कू पर बेटी की हत्या का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मृतका की मां ने पुलिस को बताया कि 2007 में उसने तल्लू किस्कू से अपनी बेटी मालोती सोरेन की शादी संताली रीति-रिवाज से की थी। करीब 15-16 साल तक दोनों का दांपत्य जीवन ठीक -ठाक रहा। दोनों के 3 बच्चे है। बेटी मालोती सोरेन चटकी में आंगनबाड़ी सेविका थी। संझली टुडू ने आरोप लगाया कि पिछले डेढ़ साल से तल्लू किस्कू बाइक खरीदने के लिए मालोती के साथ मारपीट करता था। इसके बाद मालोती ने एक बाइक भी खरीद कर दी। इसके बाद भी मारपीट जारी रही। वो उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता था, इसके साथ उसे जान से मार देने की धमकी भी देता था।
27 अप्रैल की रात को हुई थी बेटी से आखिरी बार बात
उन्होंने बताया कि 6 अप्रैल 2023 को तबीयत खराब हो जाने के कारण मालोती बोरियो संताली में अपने मायके में रहने लगी। 19 अप्रैल 2023 को गम्हरिया की बाहा मुर्मू नाम की एक लड़की को तल्लू किस्कू ले आया और पत्नी के रूप में रखने लगा। इसके बाद 23 अप्रैल को दामाद उसके यहां आया और मालोती को विदा कराकर ले गया। मृतका की मां ने बताया कि 27 अप्रैल की रात 2 बजे बेटी ने कॉल किया कि पति उसे रखने को तैयार नहीं है। मारपीट कर रहा है। इसके बाद फोन कट गया।