Edited By Harman, Updated: 22 Oct, 2024 12:54 PM
बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने देवघर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन की खूब सराहना की। वहीं बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। पप्पू यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने हेमंत सोरेन की 5 साल की सरकार को खूब परेशान करने की...
देवघर: बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने देवघर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन की खूब सराहना की। वहीं बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। पप्पू यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने हेमंत सोरेन की 5 साल की सरकार को खूब परेशान करने की कोशिश की, लेकिन हेमंत सोरेन झुके नहीं, यही कारण है कि भाजपा इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि झारखंड में गुंडागर्दी कर सरकार बनाना चाहते हैं जो कभी संभव नहीं है।
"इस बार भी झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार बनेगी"
पत्रकारों को संबोधित करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शरमा यहां आकर गुंडागर्दी कर रहे हैं। वो अपने गुंडों के जरिए झारखंड में सरकार बनाना चाहते हैं, जो कभी संभव नहीं है। लेकिन इस बार भी झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार बननी तय है क्योंकि यहां की जनता ने देख लिया है कि झारखंड का कल्याण अगर कोई कर सकता है तो वो सिर्फ और सिर्फ हेमंत सोरेन ही हैं। वहीं इस दौरान पप्पू यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि अगर झारखंड में झारखंड के लोगों की ही सरकार बनेगी तभी यहां का विकास होगा, दिल्ली और असम के लोग यहां के स्थानीय लोगों की समस्याओं को नहीं समझ पाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरफ से हेमंत सोरेन के रूप में मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग चुकी है, लेकिन भाजपा की तरफ से अभी तक मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई।
"अपने परिवार के लोगों को छोड़ आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री बनाया"
पप्पू यादव ने चंपई सोरेन पर भी जमकर हमला बोलते हुए कहा कि जब बीजेपी ने हेमंत सोरेन को जेल भेजा था, उस समय उन्होंने अपने परिवार के लोगों को नहीं बल्कि अपनी पार्टी के आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन भाजपा वालों ने उन्हें हेमंत के खिलाफ भड़काया और उनकी पीठ में छुरा घोंपा। वहीं कल्पना सोरेन की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि कल्पना सोरेन झारखंड में महिलाओं के लिए रोल मॉडल बन गई हैं। वह महिला सशक्तिकरण की प्रतीक हैं।