Edited By Khushi, Updated: 18 Oct, 2024 03:12 PM
झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले आजसू पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आजसू के केंद्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले आजसू पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आजसू के केंद्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
मंत्री उमाकांत रजक ने पत्र के जरिए केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो को अपना इस्तीफा सौंपा है। उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देते हुए कहा कि उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए सभी पदों से मुक्त किया जाए। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उमाकांत रजक जल्द ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का दामन थाम सकते हैं। रजक ने इस्तीफे के पीछे पार्टी द्वारा टिकट न दिए जाने की बात कही है। टिकट न मिलने के बारे में उन्होंने कहा, 'पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो इस्तीफा देना ही पड़ा।' हालांकि, उन्होंने झामुमो में शामिल होने की बात पर चुप्पी साध ली।
इसके अलावा बताया जा रहा है कि मंत्री उमाकांत रजक और झामुमो पार्टी के टिकट पर चंदनक्यारी से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं, बता दें कि उमाकांत रजक चंदनक्यारी से विधायक रहे हैं और सरकार में मंत्री भी रहे हैं। उमाकांत रजक लंबे समय से मजदूर नेता रहे हैं। वो बोकारो स्टील के कर्मचारी भी रहे हैं और अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में भी उनकी अहम भूमिका रही है। राजनीतिक करियर की शुरुआत उन्होंने झामुमो से ही की थी। वर्ष 2005 में पहली बार उन्होंने झामुमो छोड़कर चुनाव लड़ा था। इसके बाद 2009 में वे चंदनकियारी से विधायक बने और राज्य के श्रम मंत्री भी रहे। हालांकि, 2014 और 2019 में उन्हें चुनावी हार का सामना करना पड़ा।