Edited By Geeta, Updated: 21 Apr, 2025 06:19 PM

Aurangabad: औरंगाबाद के डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर (DEO) सुरेन्द्र कुमार पर सरकारी स्कॉर्पियो का इस्तेमाल अपने निजी काम इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने सरकारी स्कॉर्पियो का इस्तेमाल अपने निजी काम के लिए किया है। डिस्ट्रिक्ट...
Aurangabad: औरंगाबाद के डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर (DEO) सुरेन्द्र कुमार पर सरकारी स्कॉर्पियो का इस्तेमाल अपने निजी काम इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने सरकारी स्कॉर्पियो का इस्तेमाल अपने निजी काम के लिए किया है। डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर सुरेन्द्र कुमार पर ये आरोप तब लगा जब वे बीते 18 अप्रैल को लगभग 300 किलोमीटर दूर दरभंगा में डीपीओ भोला कर्ण की शादी में पहुंचे। यहां आपको बता दें कि, डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर (DEO) सुरेंद्र कुमार जिस गाड़ी से शादी में पहुंचे थे, वह डिपार्टमेंट की स्कॉर्पियो (नंबर BR 26 PA 6207) है, जिसे सरकारी काम जैसे स्कूल निरीक्षण और ऑफिसियल विजिट के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। उनके शादी में जाने की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी। जिसके बाद ये पूरा मामला निकलकर सामने आया।
गाड़ी को सड़क पर चलाना गैरकानूनी
मिली जानकारी के मुताबिक, जिस गाड़ी का इस्तेमाल DEO साहब ने शादी समारोह में जाने के लिए किया, उस गाड़ी का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट, बीमा और फिटनेस सर्टिफिकेट सभी एक्सपायर हो चुके हैं। वहीं गाड़ी को सड़क पर चलाना गैरकानूनी था। लेकिन फिर भी गाड़ी को डीईओ साहब ने निजी कामों के लिए इस्तेमाल किया।
डीईओ अपनी जेब से देंगे खर्च?
जब इस पूरे मामले की जांच की गई तो जांच में सामने आया कि, जिस स्कॉर्पियो का इस्तेमाल डीईओ साहब ने किया था वह एक व्यक्ति पवन कुमार सिंह के नाम से रजिस्टर्ड है और इसे शिक्षा विभाग ने किराए पर लिया है। विभाग उसे 50-60 हजार रुपये देता है। इस गाड़ी का एक महीने का कॉन्ट्रैक्ट 1400 किलोमीटर चलाने का होता है। लेकिन डीईओ साहब ने एक ही यात्रा में लगभग 600 किलोमीटर कवर कर लिया। अब देखना यह होगा कि क्या बचे हुए किलोमीटर का खर्च डीईओ साहब अपनी जेब से देंगे। वहीं इसके बाद कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी की इस हरकत ने कई गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है।