Edited By Ramanjot, Updated: 09 Mar, 2025 07:25 PM

मिथिला क्षेत्र को कमला नदी की बाढ़ से सुरक्षा और मधुबनी जिले में व्यापक सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार ने कमला बराज परियोजना को तेज़ी से आगे बढ़ाया है। नेपाल सीमा पर स्थित जयनगर में 550 मीटर लंबे आधुनिक बराज का निर्माण...
पटना: मिथिला क्षेत्र को कमला नदी की बाढ़ से सुरक्षा और मधुबनी जिले में व्यापक सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार ने कमला बराज परियोजना को तेज़ी से आगे बढ़ाया है। नेपाल सीमा पर स्थित जयनगर में 550 मीटर लंबे आधुनिक बराज का निर्माण कार्य 56% तक पूरा हो चुका है। यह बराज किसानों के लिए आधुनिक सिंचाई प्रणाली और बाढ़ नियंत्रण में अहम भूमिका निभाएगा।
कमला बराज: बाढ़ नियंत्रण और सिंचाई का बड़ा प्रोजेक्ट
- 1974-75 में कमला वीयर सिंचाई योजना के तहत जयनगर में 292.50 मीटर लंबे वीयर का निर्माण किया गया था।
- 2019 की बाढ़ के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर इस प्रोजेक्ट को नया स्वरूप दिया गया।
- 2020 में स्वीकृति और 2021 में निर्माण कार्य शुरू हुआ, जो अब तेज़ी से प्रगति पर है।
किन इलाकों को मिलेगा फायदा?
- मधुबनी जिले के जयनगर, कलुआही, बासोपट्टी, लदनिया, खजौली और हरलाखी प्रखंडों के किसानों को सिंचाई सुविधा मिलेगी।
- ऑटोमेटिक गेट सिस्टम के ज़रिए किसानों को नियंत्रित तरीके से पानी मिलेगा।
- इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद सिंचित भूमि का क्षेत्रफल 28,384 हेक्टेयर से बढ़कर 29,559 हेक्टेयर हो जाएगा।
- बाढ़ से सुरक्षा के साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
- कमला बराज: किसानों और विकास के लिए बड़ी सौगात
बाढ़ से राहत और सुरक्षित जल आपूर्ति
- कृषि उत्पादन और किसानों की आय में वृद्धि
- पर्यटन को बढ़ावा, जयनगर को मिलेगा नया आकर्षण
- मिथिला क्षेत्र में विकास को मिलेगी गति