Edited By Harman, Updated: 30 Dec, 2024 10:43 AM
13 दिसंबर को हुई 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में धांधली के आरोपों के बाद अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करने और नए सिरे से आयोजित करने की मांग को लेकर पटना में प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर रविवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस घटनाक्रम के बाद वाम दल...
पटना: 13 दिसंबर को हुई 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में धांधली के आरोपों के बाद अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करने और नए सिरे से आयोजित करने की मांग को लेकर पटना में प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर रविवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस घटनाक्रम के बाद वाम दल माले ने आज यानी 30 दिसंबर सोमवार को बिहार बंद करने का ऐलान किया। छात्र संगठनों AISA और RYA ने भी इस बंद का समर्थन किया है।
बता दें कि वाम दल माले ने बिहार बंद और रेल परिचालन रोकने का ऐलान किया है। गौरतलब है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन ने पटना में भारी बवाल का रूप ले लिया। रविवार को गांधी मैदान से मुख्यमंत्री आवास की ओर निकले मार्च को पुलिस ने रोका, जिसके बाद जेपी गोलंबर पर धरने पर बैठे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। हालात बिगड़ने पर वाटर कैनन से पानी की बौछार कर छात्रों को खदेड़ा गया।
तेजस्वी यादव ने BPSC अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 70वीं BPSC के उम्मीदवारों पर लाठीचार्ज की निंदा की। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने एक वीडियो बयान में कहा, "यह बहुत दर्दनाक है कि पुलिस ने BPSC उम्मीदवारों की पिटाई की। इसमें कई लोग बुरी तरह घायल हुए हैं...हम इसकी निंदा करते हैं। जो दृश्य सामने आए हैं, वे दर्दनाक हैं। मैं एक युवा हूं और मैं उनकी स्थिति को समझ सकता हूं। सबसे पहले, लोग सामान्यीकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।"
वहीं, अभ्यर्थियों की मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। प्रदर्शनकारी गर्दनीबाग में धरना देने की योजना बना रहे हैं, जबकि प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। अब यह प्रदर्शन बिहार में प्रशासन और छात्रों के बीच टकराव का प्रतीक बन गया है। छात्रों की मांगें और सरकार की प्रतिक्रिया आने वाले दिनों में राजनीतिक और सामाजिक माहौल को प्रभावित कर सकती हैं।