Edited By Ramanjot, Updated: 26 Aug, 2023 02:12 PM

दरअसल, नाथनगर थानाक्षेत्र के माधोपुर निवासी अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार के पिता की हत्या मामले में आरोपी मृत्युंजय मंडल जेल में बंद हैं। जेल की सलाखों के पीछे मृत्युंजय ने गुरुजी बनने की ठानी। उसने परीक्षा में भाग लेने के लिए औपबंधिक जमानत को लेकर कोर्ट...
भागलपुर: कहते हैं मंजिल कोई भी हो....इरादे मजबूत होने चाहिए और सपनों में जनून होना चाहिए। इसकी उदाहरण बिहार के भागलपुर जिले में देखने को मिली, जहां हत्या के आरोप में जेल में बंद एक आरोपी ने शिक्षक बनने की ठानी। अपनी इस इच्छा को पूरा करने के लिए उसने जेल अधीक्षक से गुहार लगाई और BPSC की परीक्षा दी।
परीक्षा में भाग लेने के लिए कोर्ट में लगवाई अर्जी
दरअसल, नाथनगर थानाक्षेत्र के माधोपुर निवासी अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार के पिता की हत्या मामले में आरोपी मृत्युंजय मंडल जेल में बंद हैं। जेल की सलाखों के पीछे मृत्युंजय ने गुरुजी बनने की ठानी। उसने परीक्षा में भाग लेने के लिए औपबंधिक जमानत को लेकर कोर्ट में अर्जी लगवाई। इससे पहले हाईकोर्ट से उसकी जमानत अर्जी अस्वीकृत हो चुकी है, जिसके कारण उसे औपबंधिक जमानत नहीं दी जा सकती। लेकिन न्यायाधीश ने मृत्युंजय मंडल की शिक्षक भर्ती परीक्षा में भाग लेने की तमन्ना को देखते हुए उसे परीक्षा में शामिल होने का आदेश पारित कर दिया।
कड़ी सुरक्षा के बीच भेजा गया पूर्णिया
कोर्ट ने वाहन और बंदी के साथ जाने वाले सशस्त्र बलों का खर्च जमा कराने पर मृत्युंजय को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी। इसके बाद एसएसपी आनंद कुमार के निर्देश पर उसे पर्याप्त सुरक्षा बल मुहैया कराया गया है और शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच उसे पूर्णिया के लिए रवाना किया गया, जहां उसने शिक्षक भर्ती की परीक्षा दी। मृत्युंजय शनिवार यानि आज एक और परीक्षा देगा।