Edited By Ramanjot, Updated: 17 Oct, 2024 01:16 PM
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने साफ तौर पर कहा कि इस एनडीए सरकार में शराब बंदी कानून पूरी तरह से फेल है। जहरीली शराब पीने से कल भी छपरा में कई लोगों की जान चली गई है। इसके पहले भी जहरीली शराब पीने से लोगों की जानें जा रही हैं। इससे स्पष्ट...
पटना (अभिषेक कुमार सिंह): बिहार में जहरीली शराब पीने से लगातार हो रही मौत के बाद बिहार में एक बार फिर से राजनीति शुरू हो गई है। सिवान और छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक करीब 20 लोगों की मौत हो चुकी है वही 45 से अधिक पीड़ित लोग बिहार की राजधानी पटना के पीएमसी सहित राज्य के विभिन्न जिलों के स्वास्थ्य केंद्रों में अपना इलाज करवा रहे हैं। जिस पर अब जमकर राजनीति भी शुरू हो गई है।
"शराब माफियाओं को प्राप्त है सत्ता का संरक्षण"
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने साफ तौर पर कहा कि इस एनडीए सरकार में शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल है। जहरीली शराब पीने से कल भी छपरा में कई लोगों की जान चली गई है। इसके पहले भी जहरीली शराब पीने से लोगों की जानें जा रही हैं। इससे स्पष्ट है कि शराब माफियाओं को सत्ता का संरक्षण , जिस तरह से जहरीली शराब की होम डिलीवरी हो रही है, बड़ी आसानी से मिल रहे हैं, उससे तो यह स्पष्ट है कि जनता की गाढ़ी कमाई को शराबबंदी कानून के नाम पर लुटाया गया कितनी ही राशियां खर्च कर दी गई। इसके बावजूद जहरीली शराब पीने से आम आदमी की जानें जा रही हैं। इसके लिए सीधे तौर पर सरकार जिम्मेदार है और जवाबदेही सरकार की है।
जहरीली शराब ने बरपाया कहर
बता दें कि बिहार में एक बार फिर से जहरीली शराब ने कहर बरपा रखा है। अब तक जहरीली शराब पीने से बिहार के दो जिले सिवान और छपरा में कई लोग की जान चली गई है। जहरीली शराब पीने से आधिकारिक तौर पर अब तक 20 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मरने वाले लोगों में छपरा के 8 लोग शामिल हैं। बता दें कि बुधवार की सुबह शराब पीने के बाद बीमार हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पर उनकी मौत हो गई। वहीं, कुछ लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई।