Edited By Harman, Updated: 06 Jan, 2025 04:31 PM
पटना में गांधी मूर्ति के पास अनशन कर रहे प्रशांत किशोर को आज सुबह पुलिस ने जबरन हिरासत में लिया और एंबुलेंस में विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया। कई घंटों तक घूमने के बाद पुलिस ने उन्हें फतुहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल जांच के लिए लेकर...
पटना: पटना में गांधी मूर्ति के पास अनशन कर रहे प्रशांत किशोर को आज सुबह पुलिस ने जबरन हिरासत में लिया और एंबुलेंस में विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया। कई घंटों तक घूमने के बाद पुलिस ने उन्हें फतुहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल जांच के लिए लेकर गए। फतुहा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रशांत किशोर का मेडिकल टेस्ट कराने के बाद अब उन्हें कोर्ट ले जाया गया, जहां उन्हें जमानत दी गई। वहीं अब पीके ने बेल लेने से इनकार कर दिया है। साथ ही किशोर ने जेल में भी अनशन जारी रखने की बात कही। वहीं अब बेल बांड न भरने पर जेल में भेज दिया गया है।
LIVE UPDATES:
- प्रशांत किशोर भेजे गए जेल
प्रशांत किशोर को जेल भेज दिया गया। जमानत मिलने के बाद बेल बांड भरने से पीके ने इनकार किया था।
- प्रशांत किशोर ने बेल लेने से किया इनकार
प्रशांत किशोर ने बेल लेने से इनकार कर दिया है। PK ने कहा, यदि युवाओं के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ अगर आवाज उठाना गुनाह है तो जेल जाना मंजूर है। उन्होंने कहा कि वे जेल में भी अपना अनशन जारी रखेंगे।
- PK को पटना सिविल कोर्ट से मिली जमानत
आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर सिविल कोर्ट में पेश किया। अदालत ने उन्हें 25 हजार रुपये के निजी मुचलके पर उन्हें जमानत दे दी है। पुलिस ने उनकी वैनिटी वैन को भी जब्त कर लिया है।
- प्रशांत किशोर को लेकर पुलिस सिविल कोर्ट पहुंच चुकी है।
- थोड़ी देर में कोर्ट में पेश होंगे PK
बता दें कि मेडिकल जांच पूरी होने के बाद प्रशांत किशोर को अब पटना के पीरबहोर सिविल कोर्ट ले जाया जा रहा है। थोड़ी देर में उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया है कि वह किसी भी हाल में अपना अनशन नहीं तोड़ेंगे। इस घटना को लेकर राज्य में राजनीतिक और सामाजिक हलचल तेज हो गई है।
- पुलिस ने 43 लोगों को गिरफ्तार किया
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर की आज अहले सुबह गिरफ्तारी की गई है। वह प्रतिबंधित स्थल के पास धरना दे रहे थे। वहीं पुलिस ने इस मामले में 43 लोगों को गिरफ्तार किया है और 15 गाड़ियों को पकड़ा है। 43 लोगों में से 30 लोग की पहचान हुई है। वह इस धरना प्रदर्शन में पांच लोग पटना के विभिन्न जिलों से है, जबकि चार लोग राज्य से बाहर के भी हैं।
पटना DM चंद्रशेखर सिंह का बयान
पटना DM चंद्रशेखर सिंह ने जन सुराज पार्टी प्रमुख प्रशांत किशोर को हिरासत में लेने पर कहा, "हमने नोटिस दिया था कि ये गैरकानूनी है, पटना उच्च न्यायालय द्वारा एक निर्धारित स्थल चिह्नित है वहां जाकर धरना प्रदर्शन किया जाए, यह नोटिस दिया गया था और नहीं मानने पर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी। हमने कई बार अनुरोध किया कि यहां से हटकर निर्धारित जगह पर चले जाएं... जब वे नहीं माने तो आज 6 तारीख की सुबह गिरफ़्तारी की गई, हमने करीब 43 लोगों को हिरासत में लिया है। 15 गाड़ियां जब्त की गई हैं। हम सभी लोगों की जांच कर रहे हैं। यह पुष्टि हो गई है कि 43 में से 30 लोग छात्र नहीं हैं। कुछ लोग छात्र होने का दावा कर रहे हैं लेकिन हम जांच कर रहे हैं..."
PK की गिरफ्तारी पर राजनीतिक दलों के रिएक्शन:
RJD नेता मृत्युंजय तिवारी का बड़ा बयान
जन सुराज पार्टी प्रमुख प्रशांत किशोर को पुलिस द्वारा हिरासत में लेने पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "ये VIP अनशन, खा पीकर किया गया अनशन ये छात्रों के आंदोलन की आड़ में अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे थे। सरकार से मिलिभगत थी। पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। जब गांधी मैदान प्रतिबंधित स्थान था तब वहां बैठने की इजाज़त क्यों दी? पहले ही दिन क्यों नहीं हटाया? सरकार द्वारा प्रायोजित आंदोलन छात्र और नौजवान भी समझ रहे हैं। तेजस्वी यादव नौजवानों और छात्रों के भविष्य को बचाने के लिए सदन से सड़क तक लड़ेंगे। जो लोग छात्रों के आंदोलन की आड़ में अपनी राजनीति चमका रहे थे वो आज एक्सपोज़ हो गए।"
BJP प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने PK पर कसा तंज
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसे लोग आते-जाते रहते हैं और उनकी राजनीति लंबी नहीं चलती। उन्होंने कहा प्रशांत किशोर गैर-कानूनी तरीके से अनशन कर रहे थे, प्रशासन ने उचित एक्शन लिया है।
क्यों किया गया प्रशांत किशोर को गिरफ्तार?
प्रशांत किशोर बीपीएससी परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के विरोध में 2 जनवरी से गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे। उनकी मांग थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार धरना स्थल पर आकर छात्रों की समस्याएं सुनें और समाधान करें। जब सीएम ने अनशन स्थल पर जाने से इनकार कर दिया, तो पीके ने सुझाव दिया कि छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल ही मुख्यमंत्री से मिले। यह प्रस्ताव भी ठुकरा दिया गया। इसके बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पीके को गिरफ्तार कर लिया।