Edited By Swati Sharma, Updated: 13 Feb, 2025 12:06 PM
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Bihar News: बिहार के मुंगेर जिला मुख्यालय से लगभग छह किलोमीटर दूर ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल सीताकुंड (Sitakund) परिसर में एक माह तक चलने वाला सीता कुंड माघ मेला (Sita Kund Magh Mela) बुधवार से शुरू हो गया है। माघ मेला के प्रथम दिन मुंगेर, खगड़यिा...
Bihar News: बिहार के मुंगेर जिला मुख्यालय से लगभग छह किलोमीटर दूर ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल सीताकुंड (Sitakund) परिसर में एक माह तक चलने वाला सीता कुंड माघ मेला (Sita Kund Magh Mela) बुधवार से शुरू हो गया है। माघ मेला के प्रथम दिन मुंगेर, खगड़यिा ,बेगूसराय ,समस्तीपुर, भागलपुर ,लखीसराय ,शेखपुरा सहित आसपास के जिलों के लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं ने सीता कुंड माघ मेला में शिरकत की और माता सीता का आशीर्वाद प्राप्त किया।
सीता कुंड हिंदू धर्म लंबियां का पवित्र स्थल।। Sita Kund Magh Mela
सीता कुंड, गर्म झरनों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है। सीता कुंड (Sita Kund) हिंदू धर्म लंबियां का पवित्र स्थल है। हिंदू धर्म को मानने वाले लोग माता सीता का आशीर्वाद लेने पूरे वर्ष यहां पहुंचते हैं। सीताकुंड के जल को अपने ऊपर छिड़काव कर माता सीता का आशीर्वाद हर भक्त लेते हैं। पुजारी सीताकुंड में भक्तों के लिए विशेष पूजा भी संपन्न कराते हैं।
वर्ष में 9 माह तक सीता कुंड का पानी खौलता रहता है।। Sita Kund
सीता कुंड (Sita Kund) के संबंध में धार्मिक मान्यता यह है कि जब भगवान श्री राम, रावण वध कर माता सीता के साथ अयोध्या लौट रहे थे, इसी स्थल पर माता सीता की पवित्रता की जांच के लिए माता सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी। धू-धू कर जलने वाली आग़ की लपटों के बीच से माता सीता सुरक्षित निकली। वर्ष में नौ माह तक सीता कुंड का पानी खौलता रहता है और पानी के नीचे से बुलबुला उठता रहता है, जबकि तीन माह पानी शीतल बना रहता है।