Edited By Swati Sharma, Updated: 22 Jun, 2025 12:53 PM

Bihar News: लोगों में जितनी आस्था होती है, उतना ही अंधविश्वास भी देखने को मिलता है। इंसान दोनों के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाता है। ऐसा ही एक मामला बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में देखने को मिला, जहां पर अंधविश्वास के चलते एक मृत बच्चे का...
Bihar News: लोगों में जितनी आस्था होती है, उतना ही अंधविश्वास भी देखने को मिलता है। इंसान दोनों के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाता है। ऐसा ही एक मामला बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में देखने को मिला, जहां पर अंधविश्वास के चलते एक मृत बच्चे का शव दोबारा कब्र से बाहर निकाला गया।
शव को कब्र से निकाला गया बाहर
जानकारी के मुताबिक, मामला जिले बगहा अनुमंडल के खैर पोखरा गांव का है। मृत बच्चे की पहचान सुखदेव पटेल के बेटे संदीप कुमार (12 वर्षीय) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को खेलते समय संदीप चारपाई से नीचे गिर गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आनन-फानन में परिजन उसे अस्पताल ले गए, लेकिन यहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद दुखी परिजनों ने बच्चे का शव गांव में ही दफना दिया। शनिवार को एक महिला तांत्रिक गांव आई और मृत बच्चे जिंदा करने का दावा करने लगी। अंधविश्वास के चलते मृतक किशोर की कब्र खुदवाई जाने लगी। जिंदा करने की बात पूरे गांव में फैल गई। कब्र के आसपास ग्रामीणों की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई। भीड़ इतनी बढ़ गई कि रेलवे ट्रैक तक लोग जमा हो गए। लोग जिंदा होने की प्रक्रिया को देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। घंटों तंत्र-मंत्र का तमाशा चलता रहा। इस दौरान लोग वीडियो भी बना रहे थे। जब यातायात बाधित हुआ तो पुलिस हरकत में आई।
तांत्रिक महिला गिरफ्तार
इधर, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और फिर से बच्चे के शव को दफन कराया गया। पुलिस ने तांत्रिक महिला को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। फिलहाल, पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है। हालांकि, इस दौरान पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा, जिसके बाद हल्का बल का प्रयोग कर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया।