Edited By Ramanjot, Updated: 08 Oct, 2020 11:21 AM
बिहार के पूर्णिया जिले में चार अक्टूबर को दलित नेता शक्ति मलिक की हत्या के सिलसिले में पुलिस ने बुधवार को सात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही पुलिस ने खुलासा किया कि इस मामले में राजद नेताओं के खिलाफ के कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
पूर्णिया/पटनाः बिहार के पूर्णिया जिले में चार अक्टूबर को दलित नेता शक्ति मलिक की हत्या के सिलसिले में पुलिस ने बुधवार को सात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही पुलिस ने खुलासा किया कि इस मामले में राजद नेताओं के खिलाफ के कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
पूर्णिया जिला के केहाट थाना क्षेत्र में इन दलित नेता की हत्या मामले में उनकी पत्नी खुशबू देवी के बयान पर पुलिस ने चार अक्टूबर को राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव सहित छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने बुधवार को बताया कि इस मामले में सात अपराधियों को पांच देसी कट्टा समेत अन्य सामग्री के साथ गिरफ्तार किया गया और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस जांच के क्रम में राजद नेताओं के खिलाफ किसी भी तरह का कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शक्ति मलिक ब्याज पर रुपए लगाने का काम करता था और समय पर रुपए नहीं लौटाने वाले का भयादोहन और उनके साथ दुर्व्यवहार भी करता था जिससे परेशान होकर कुछ लोगों ने एक गिरोह बनाकर उनकी हत्या कर दी थी। इस बीच तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर इस मामले की सीबीआई से अविलंब जांच कराने की अनुशंसा करने की मांग की है।
बता दें कि राजद नेता शक्ति मलिक की हत्या मामले में उनकी पत्नी खुशबू देवी के बयान के आधार पर तेजप्रताप, तेजस्वी, अनिल कुमार साधु, मनोज, सुनिता और कालो पासवान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। खुशबू देवी ने एक राजनीतिक साजिश के तहत अपने पति की हत्या किए जाने का का आरोप लगाया था।