Edited By Swati Sharma, Updated: 04 Jul, 2024 04:15 PM
बिहार में पुल गिरने की घटनाओं पर राजनीति तेज हो गई है। विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठा रहा है। इसी बीच ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये विभाग राजद के पास था। तेजस्वी यादव इसके मंत्री थे। जबसे जेडीयू...
पटनाः बिहार में पुल गिरने की घटनाओं पर राजनीति तेज हो गई है। विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठा रहा है। इसी बीच ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये विभाग राजद के पास था। तेजस्वी यादव इसके मंत्री थे। जबसे जेडीयू के पास विभाग आया है, उसके बाद चुनाव था और अभी 20 दिन का समय मिला है तो आप बताएं कि कौन इसका जिम्मेदार है। जिम्मेवारी 20 दिन वाली पार्टी की है या डेढ़ साल से जिसके पास विभाग है, उसकी है।
"पुलों के मेंटेनेंस के लिए..."
इसके साथ ही अशोक चौधरी ने कहा कि पुलों के मेंटेनेंस के लिए पॉलिसी लाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है। बिहार में जितने भी पुल हैं, अलग-अलग विभाग के उन सभी पुलों को लेकर मेंटेनेंस पॉलिसी लाने को लेकर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सेतु योजना 2016 में बंद हो गई थी, उसको एक बार फिर से शुरू करने की योजना बनाई जा रही है।
'कई जगहों पर नदी का रूट बदल गया'
ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री ने कहा कि कई जगहों पर नदी का रूट बदल गया, जिसकी वजह से ऐसी घटनाएं हुई है। कई जगहों पर शटरिंग गिरने की वजह से इस तरह की घटनाएं हुई है। जो ठेकेदार काम कर रहे थे उस पर सरकारी धन के दुरुपयोग का एफआईआर दर्ज किया जाएगा। ठेकेदार पर एफआईआर का प्रोविजन नहीं है, लेकिन अगर इस तरह की घटना होगी तो सरकारी धन के दुरुपयोग का निश्चित रूप से हम प्राथमिकी दर्ज करेंगे।