Edited By Ramanjot, Updated: 19 Apr, 2025 08:50 PM

जनता दल यूनाइटेड (JDU) को शनिवार को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
किशनगंज: जनता दल यूनाइटेड (JDU) को शनिवार को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ सैकड़ों समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अपने फैसले की जानकारी दी।
करीब 15 वर्षों से जदयू से जुड़े मास्टर मुजाहिद आलम किशनगंज जिले में पार्टी के जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में वे जदयू के टिकट पर उम्मीदवार भी रहे थे। इस्तीफे के बाद उन्होंने किशनगंज स्थित पार्टी कार्यालय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पोस्टर और बैनर तक हटा दिए।
वक्फ बिल पर नीतीश का समर्थन बना इस्तीफे की वजह
मुजाहिद आलम ने इस्तीफे के पीछे का कारण वक्फ संशोधन विधेयक बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने इस विवादास्पद बिल में केंद्र सरकार का समर्थन किया, जो मुस्लिम समुदाय के धार्मिक मामलों में सीधा हस्तक्षेप है।
उन्होंने वक्फ बिल को "मुसलमानों की संपत्ति पर कब्जे की साजिश" करार देते हुए कहा कि इस्लाम में वक्फ का अर्थ होता है – अल्लाह के नाम पर संपत्ति का दान, और इसकी आमदनी को उसी उद्देश्य में उपयोग किया जाना चाहिए।
मुजाहिद आलम ने इस बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दाखिल की है। यह याचिका उनके वकील शाहिद अनवर के जरिए 9 अप्रैल 2025 को दाखिल की गई थी।